मसीहा बना क्लर्क, 45 गरीब छात्राओं की खुद भरता है फीस

कलबुर्गी। ये कहानी है सरकारी स्कूल में काम करने वाले एक क्लर्क की जिसने अपनी बेटी की याद में गरीब बच्चियों का जीवन संवारने का बीड़ा उठाया है। कलबुर्गी के मकतमपुरा स्थित एमपीएचएस सरकारी हाई स्कूल में क्लर्क का काम करने वाले बसावराज इसी स्कूल की 45 बच्चियों की पढ़ाई का खर्च उठा रहे हैं। बच्चियों के माता-पिता फीस का खर्चा उठाने में सक्षम नही हैं। छात्राएं पढ़-लिखकर काबिल बन सकें इसलिए बसावराज ने इनकी पढ़ाई का जिम्मा उठाया है।

बसवराज की बेटी धनेश्वरी पिछले साल बीमारी के चलते इस दुनिया से विदा हो गई थी। उसी की याद में और आत्मा की शांति के लिए इन्होने स्कूली छात्राओं की फीस जमा करने का फैसला किया। बसवराज ने इसी वर्ष से स्कूल में पढ़ाई करने वाली गरीब लड़कियों की फीस भरनी शुरु की है। एक रिपोर्ट के मुताबिक एमपीएचएस सरकारी हाईस्कूल की छात्रा फातिमा ने कहा, ‘हम गरीब परिवारों से हैं और हम स्कूल की फीस का भुगतान नहीं कर सकते। बसवराज सर अपनी बेटी की याद में हमारी स्कूल फीस का भुगतान करते हैं। हम चाहते हैं कि उनकी बेटी की आत्मा को शांति मिले।’

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