लखनऊ। देश में आज यानी 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस की 24वीं वर्षगांठ को मनाया जा रहा है। लखनऊ के कारगिल स्मृति वाटिका पहुंचकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। शहीदों को याद करते हुए सीएम योगी ने कहा कि एक विषम परिस्थितियों में कारगिल युद्ध लड़ा गया था। भारत की धरती से आतंकियों को खदेड़ने में हमारे सैनिकों को सफलता मिली थी।
सीएम ने कहा कि आज नए भारत में हम पीएम मोदी के नेतृत्व में कार्य कर रहे हैं। यह नया भारत, जिसमें हर नागरिक को सुरक्षा की गारंटी है। जिस भारत में आतंकवाद, नक्सलवाद व घुसपैठ की जगह नहीं है। हर व्यक्ति को समान रूप से जीवन जीने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। देश के विकास के लिए न केवल केंद्र व राज्य सरकारें, बल्कि प्रत्येक नागरिक अपने स्तर पर कार्य करते हुए लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से उन सभी तबके तक पहुंच रहे हैं, जो आजादी के बाद उपेक्षित थे।
हमारे लिए अविस्मरणीय व राष्ट्र के लिए अभिनंदनीय है इन सपूतों का बलिदान
सीएम ने कहा कि देश की आंतरिक व वाह्य सुरक्षा के लिए भारत मां के सपूतों का बलिदान अमूल्य है। हम सभी के लिए अविस्मरणीय व राष्ट्र के लिए अभिनंदनीय है, लेकिन प्रदेश सरकार ने उनके परिजनों के प्रति सम्मान का भाव प्रकट करते हुए देश या आंतरिक सुरक्षा में शहीद होने वालों के परिजनों को 50 लाख रुपये व एक सदस्य को उप्र शासन में सेवा का अवसर देने व उनके नाम पर कोई संस्था, मार्ग का नामकरण की व्यवस्था छह वर्ष में लागू की है।
सीएम ने बताया कि कैप्टन मनोज पांडेय के नाम पर देश के पहले सैनिक स्कूल का नामकरण किया गया। मेजर आदित्य मिश्रा, मेजर रितेश शर्मा, लांस नायक केवलानंद द्विवेदी, लांस नायक सुनील जंग के परिवार वालों का अभिनंदन करता हूं। सीएम ने कहा कि यदि हम नागरिक कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य करते हैं तो भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप 2047 में दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में स्थापित होगा। इस दौरान प्रदेश सरकार के वित्त व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना, नगर विकास व ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, योगेश शुक्ल, जय देवी, अमरेश कुमार, एमएलसी मुकेश शर्मा, रामचंद्र प्रधान, अवनीश सिंह आदि मौजूद रहे।