बहराइच। विकास भवन सभागार में ब्रहस्पतिवार को आयोजित कार्यशाला में बाढ़ के दौरान बच्चों की शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए रखने के लिए एनजीओ द्वारा सीडीओ राहुल पाण्डेय के समक्ष अपनी कार्ययोजनाएं रखी गयी। बैठक के दौरान बताया गया कि बहराइच में शिक्षा की व्यवस्था प्रतिवर्ष घाघरा व सरयू नदी में आने वाली बाढ़ की वजह से चरमरा जाती है।
जिले के 14 में से 7 विकास खंड के 500 से भी अधिक विद्यालय ऐसे हैं जो हर साल बाढ़ की चपेट में आते हैं। बाढ़ की वजह से परिवार के साथ बच्चे भी पलायन कर जाते हैं जिससे उनकी स्कूली शिक्षा प्रभावित होती है। मुख्य विकास अधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी श्याम किशोर तिवारी की अगुवाई में हुई कार्यशाला के दौरान बाढ़ से प्रभावित उन समस्त 500 विद्यालय तथा उनके नजदीक सुरक्षित स्थानों की एक सूची सभी सहयोगी एनजीओ को दी गयी। उनसे अपील भी की गई कि वे सभी अपने कार्यक्षेत्रों मे पड़ने वाले स्थानों पर बच्चों के सीखने की प्रक्रिया में सहयोगी बने।
कार्यशाला के दौरान बच्चों को स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम से अलग व्यावहारिक मुद्दों पर भी शिक्षा देने की बात कही गई। कार्यशाला का संचालन पिरामल फाउंडेशन के प्रदीप सिंह व उनकी टीम ने किया। इस अवसर पर डीडीओ, डीपीआरओ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान टाटा ट्रस्ट, आगा खान फाउंडेशन, टीसीएल, अपराजिता सामाजिक समिति, पंचशील सेवा समिति, प्रथम एजुकेशन फाउंडेशन, भारतीय ग्रामोत्थान सेवा समिति आदि ने अपने विचार रखे।