बाराबंकी/बहराइच। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में एक नर्सिंग की एक छात्रा का शव फंदे पर लटका मिला है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि सीनियर की रैगिंग से परेशान होकर ही उनकी लड़की ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है। बहराइच निवासी मृतका के परिजनों की तहरीर पर शहर कोतवाली पुलिस इस मामले में एक सीनियर छात्रा के खिलाफ केस दर्ज कर जांच में जुटी है।
जनपद बहराइच के रुपईडीहा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर हुसैन बक्श निवासी सलोनी पुष्कर पुत्री फौजदार ने वर्ष 2021 में जीएनएम की पढ़ाई के लिए हिंद मेडिकल कॉलेज बाराबंकी में दाखिला लिया था। सलोनी की मां गोमती भी एएनएम हैं। शनिवार को हॉस्टल के अंदर कमरे में नर्सिंग की छात्रा सलोनी पुष्कर का शव फंदे पर लटका मिला। मृतका की माँ गोमती देवी का आरोप है कि मोर्चरी में उसका शव रखा था, जहां हिंद मेडिकल कॉलेज का कोई स्टाफ मौजूद नहीं था। आज मेरी बेटी के साथ अन्याय हुआ है कल किसी और की भी बेटी के साथ ऐसा हो सकता है। ऐसे में जो बेटियां बाहर शिक्षा ग्रहण करने जा रही हैं उनकी सुरक्षा कैसे होगी।
मां का आरोप है कि कॉलेज में सलोनी के साथ लंबे समय से रैगिंग हो रही थी। इस बारे में वह हमेशा उन्हें बताती भी थी। आरोप है कि सलोनी को सीनियर छात्रा वर्षा यादव अक्सर परेशान करती थी। उसका हाथ मरोड़ देती थी। जातिसूचक गालियां भी देती थी। दोषियों पर कार्रवाई के लिए सीएम योगी को पत्र लिखा है, उनसे बड़ी उम्मीद है। कॉलेज प्रशासन मामले को दबाने का भरसक प्रयास कर रहा है। मां के अनुसार ट्यूशन फीस 54 हजार सालाना, हॉस्टल फीस 24 हजार, मेस 24 हजार व परीक्षा फीस 10 हजार देनी होती थी। अक्तूबर माह में सलोनी की परीक्षा होनी थी।
परिजनों ने दी रिकार्डिंग
मृतका के परिजनों ने सबूत के तौर पर पुलिस को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भी दी है। इसमें बताया गया कि 26 जुलाई को परेशान सलोनी ने कॉलेज के प्राचार्य व विभागाध्यक्ष से मिलकर अपनी परेशानी भी बताई थी लेकिन उन्होंने उसकी परेशानी को अनसुना करते हुए यह कर जाने के लिए कहा कि पढ़ाई के दौरान यह सब चलता है।
मां गोमती देवी ने बताया कि सलोनी की मौत के बाद जब वह सफेदाबाद पुलिस चौकी में रिपोर्ट दर्ज कराने गईं तो वहां के दरोगा ने यह कहकर भगा दिया कि आपके पास क्या सबूत है कि रैगिंग हुई है। ऐसा तो हुआ ही करता है। इसके बाद उन्होंने एसपी दिनेश सिंह से मिलकर शिकायत की और सलोनी की कॉल रिकॉर्डिंग भी सुनाई। इस पर एसपी ने न्याय का भरोसा दिलाते हुए केस दर्ज कराया।