बहराइच। दूसरे धर्म के लड़के से प्रेम करना प्रेमिका की मौत का कारण बन गया। प्रेमिका जब प्रेमी से शादी का दबाव बनाने लगी तो घर वाले शादी के लिए तैयार नहीं हुए। इसको लेकर दोनों में बढ़ी अनबन के बीच प्रेमी ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर प्रेमिका की पहले गला दबाकर हत्या की। राज दफन करने के लिए उसका सिर काट कर नहर में फेंक दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी प्रेमी और उसके एक दोस्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रूपईडीहा थाने के जमोग गांव में हसमत अली परिवार के साथ रहते हैं। उनके अनुसार, उनकी भांजी शीबा (20) बचपन से ही उनके पास रह रही थी। यहीं से उसने हाईस्कूल तक पढ़ाई की थी। 20 जुलाई को अचानक वह घर से लापता हो गई। हमने उसकी तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद हमने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।
वहीं एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि 23 जुलाई की रात नानपारा के हाडां बसेहरी पुल के पास एक अज्ञात युवती का हाथ व सिर कटा शव मिला था। उक्त मामले में अज्ञात हत्यारोपियों पर 29 जुलाई को केस दर्ज कर पुलिस टीमों को लगाया गया था। एसओजी प्रभारी दिवाकर तिवारी व सर्विलांस सहित पुलिस की टीमों ने घटनास्थल पर सक्रिय मोबाइल नंबरों और कई संदिग्धों को उठाकर पूछताछ करते हुए हत्यारोपियों को पकड़ लिया। बताया कि जांच पड़ताल के दौरान ननिहाल में रह रही शीबा के गायब होने का पता चला। इस मामले में उसके प्रेमी श्रावस्ती जिले के मल्हीपुर खुर्द निवासी अरुन सैनी हाल पता रुपईडीहा संकल्पा व उसके दोस्त गंगापुर निवासी कुलदीप विश्वकर्मा को पकड़ लिया।
एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि शीबा का अरुण से एक साल से अफेयर चल रहा था। अरुण उसके क्षेत्र में स्थित अपने एक रिश्तेदार के मेडिकल स्टोर में काम करता था। वहां शीबा भी कभी-कभी दवा लेने आती थी। इसी दौरान दोनों की बातचीत शुरू हुई। इसके बाद मुलाकात होने लगी। दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे।
धर्म अलग होने के चलते राजी नहीं थे दोनों के घर वाले
जब इस बात का पता दोनों के परिवार वालों को चला तो उन्होंने धर्म अलग-अलग होने से इस रिश्ते का विरोध किया। इसके बाद भी दोनों एक-दूसरे से मिलते रहे। इसी बीच शीबा, अरुण पर शादी करने का दबाव बनाने लगी लेकिन वह शादी करने के लिए राजी नहीं था। वह शीबा से कहता कि हम अपने परिवार को राजी करने के बाद शादी करेंगे। वहीं लड़की का कहना था कि हमारे घर वाले कभी राजी नहीं होंगे क्योंकि हमारा धर्म एक नहीं है। इससे अरुण परेशान चल रहा था। उसने अपने दोस्त कुलदीप को यह बात बताई तो दोनों ने शीबा को मारने का प्लान बनाया।
अरुण ने शीबा को मिलने के लिए बुलाया। वहां भी उसे समझाने की कोशिश की। लेकिन जब वह नहीं मानी तो कुलदीप ने उसका पैर पकड़ा और अरुण ने शीबा का गला दबा दिया। कोई लाश को पहचान न सके, इसलिए उसने बांके से उसका गला काटकर पानी में फेंक दिया। उसके हाथ को भी शरीर से अलग कर दिया और बॉडी को वहीं फेंक कर दोनों घर लौट आए। पुलिस ने शरीर के अंगों को बरामद करने के बाद कत्ल में इस्तेमाल किया गया बांका भी बरामद कर लिया।
शव को टुकड़ों में बांटने की थी कोशिश
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पैरों व हाथों आदि जगह धारदार हथियार से वार करने के निशान पाए गए थे। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि युवती की शिनाख्त न हो सके। इसके चलते आरोपी शरीर के टुकड़े करने की जुगाड़ में थे। तभी कोई आहट या पकड़े जाने के डर से शव छोड़कर भाग गए। हत्या के दौरान पहने गए आरोपियों के कपड़ों पर मिले खून के धब्बों को मृतका के डीएनए से मिलान करने की भी बात कही जा रही है।