प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के आधुनिक एवं मध्यकालीन इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर विक्रम हरिजन ने प्रभु श्रीराम और कृष्ण को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है। जिसके बाद कर्नलगंज पुलिस ने विक्रम के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को आहत करने और आइटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
असिस्टेंट प्रोफेसर ने डॉ विक्रम हरिजन ने रविवार सुबह एक्स पर 7 बजकर 37 मिनट पर लिखा है कि “यदि आज प्रभु श्री राम होते तो मैं ऋषि शम्भुक का वध करने के लिए उनको मैं आईपीसी की धारा 302 के तहत जेल भेजता और यदि आज कृष्णा होते तो महिलाओं के साथ सेक्सुअल हैरेसमेंट के केस के लिए उनको भी मैं जेल में भेजता। प्रोफेसर विक्रम हरिजन इससे पहले वर्ष 2019 में शिवलिंग पर मूत्र विसर्जित करने का बयान देकर वह विवादों में रह चुके है। इस बयान के बाद कथित मॉब लिंचिंग के डर से 50 दिनों के बाद यूनिवर्सिटी कैंपस वापस लौटे थे।
इस विवादित टिप्पणी के बाद लोग आक्रोशित हो उठे। बजरंग दल संयोजक शुभम कुशवाहा ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस को दी शिकायत में उन्होंने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. विक्रम ने हिंदू देवी-देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी करके हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। उन्होंने पुलिस से प्रोफेसर को अरेस्ट करने और विश्वविद्यालय प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की।
विहिप प्रयाग महानगर के महानगर मंत्री सत्यप्रकाश मिश्र ने कहा कि विहिप तथा अन्य अन्य हिंदू संगठन डॉ. विक्रम के व्यक्तव्य की कड़ी शब्दों में निंदा करते हैं। यदि जल्द इस प्रकरण में गिरफ्तारी नहीं की गई तो विहिप सहित अन्य संगठन जल्द विरोध प्रदर्शन करेंगे। विहिप के प्रयाग जिला संयोजक शुभम ने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के आड़ में ऐसी टिप्पणी कदापि बर्दाश्त नहीं हैं। ऐसे व्यक्ति की जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए।
हिंदू जागरण मंच के जिला संयोजक आचार्य राजेश त्रिपाठी ने कहा कि इविवि जैसे शैक्षिक संस्थान के शिक्षक द्वारा इस तरह की टिपण्णी करने से लोग काफी आहत हैं। हिंदू देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है। विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक शुभम ने कहा कि भारतीय संविधान ने हमें स्वतंत्र होकर बोलने की छूट दी है, इसी का फायदा उठा विक्रम जैसे लोग समाज में अराजकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्हें यह नहीं पता कि कोई भी ऐसी टिप्पणी, जिससे देश की सुरक्षा तथा सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ सकती है उसकी अनुमति संविधान नहीं देता है।
विवादों से रहा है प्रोफेसर विक्रम हरिजन का पुराना नाता
प्रोफेसर विक्रम हरिजन गोरखपुर के रहने वाले हैं। वह फिलहाल इलाहाबाद विश्वविद्यालय हिस्ट्री डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। आज से कई साल पहले उन्होंने एक कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं को लेकर काफी विवादित बयान दिया था जिसको लेकर भी इलाहाबाद विश्वविद्यालय में काफी हड़कंप मच गया था। छात्र विक्रम हरिजन के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। इसके बाद विक्रम हरिजन ने छात्रों और कई लोगों से अपनी जान का खतरा बताया था और अपने लिए सुरक्षा की मांग की थी। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए सुरक्षा में पुलिसकर्मी मिल गए थे।