बांदा। अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के लहजे में कोई सुधार देखने को नहीं मिला है। जिन्ना को लेकर दिए गए बयान के बाद स्वामी ने अब राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दे डाला। जनवरी में होने वाली राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को स्वामी ने नाटक करार दे दिया।
स्वामी प्रसाद मौर्य कहा कि जनवरी में एक नाटक शुरू होने वाला है। वह नाटक है राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा का। उन्होंने आगे कहा, राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा पर सवाल उठाते हुए कहा, जो हजारों सालों से पूजा जा रहा हो, जो लाखों करोड़ों के आराध्य हैं, जो भगवान राम को मानने वाले हैं, उनकी पूजा करते हैं, जन-जन में बसें हैं, उसमें प्राण-प्रतिष्ठा आप क्या करोगे? फिर प्राण-प्रतिष्ठा का नाटक क्यों।
उन्होंने कहा कि हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले लोग देश के दुश्मन हैं। हम लोगों को धर्म के नाम पर लूटा गया, अपमानित किया गया। यही नहीं नीच तक कहा गया। साथ ही शिक्षा से वंचित किया गया। सपा नेता ने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व देश के धर्माचार्यों पर भी हमला बोलते हुए कहा कि ये धर्म की राजनीति कर रहे हैं। समय-समय पर सत्ता को हथियाने के लिए ये लोग गठजोड़ कर धर्म की राजनीति कर रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को बांदा के जीआईसी ग्राउंड में आयोजित बौद्ध महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे। यहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय संविधान कहता है कि आस्था, जाति, लिंग या जन्मस्थान के आधार पर किसी से कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता। हिंदू राष्ट्र की बात करने वाले ही लोग देश के दुश्मन हैं। हिंदू महासभा ने बहुत पहले ही हिंदू राष्ट्र की बात कही थी। जिसके फलस्वरूप भारत और पाकिस्तान बने। दोनों देशों के बंटवारे का कारण जिन्ना नहीं थे बल्कि हिंदू महासभा थी।