कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के उर्सला अस्पताल में पथरी का ऑपरेशन करने के दौरान एक डॉक्टर ने महिला के पेट में पट्टी छोड़ दी। पेट में दर्द होने पर महिला ने दूसरे निजी अस्पताल में दिखाया। यहां ऑपरेशन के बाद उसके पेट से पट्टी निकली लेकिन उसकी मौत हो गई। परिजनों ने कोतवाली में डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी है। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कानपुर जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं।
नौबस्ता देवकी नगर निवासी रऊफ खान के अनुसार, उनकी 40 वर्षीय पत्नी बुशरा बानो का दो माह पूर्व नौ जून को उर्सला अस्पताल में पित्त की थैली का ऑपरेशन हुआ था। ऑपरेशन के बाद पत्नी को छुट्टी दे दी गई लेकिन ऑपरेशन के बाद भी उन्हें उल्टियां और घाव से मवाद आने की समस्या बनी हुई थी। इस पर उन्होंने बुशरा को गंभीर हालत में आठ अगस्त को शारदा नगर के अनुराग अस्पताल में भर्ती कराया।
यहां एमआरआई कराने पर पूर्व में किए गए ऑपरेशन के दौरान पेट में पट्टी छूट जाने की बात पता चली। इसके बाद शारदा नगर के एक निजी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने महिला के पेट से निकली। लेकिन इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। निजी अस्पताल के संचालक ने बताया कि महिला के पेट से पट्टी निकली है।
प्रमुख अधीक्षक ने बनाई कमेटी
जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर के आदेश के बाद उर्सला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक एसपी चौधरी ने इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है। उन्होंने बताया कि इसमें जिस डॉक्टर ने ऑपरेशन किया है और ऑपरेशन के दौरान जो लोग मौजूद रहे हैं, उन सभी से पूछताछ की जाएगी। सभी के बयान दर्ज होंगे। जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टर के खिलाफ नहीं दर्ज किया मुकदमा
राउफ खान का आरोप है कि जिस दिन पत्नी की मौत हुई थी उसी दिन उर्सला अस्पताल के डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का हवाला देकर मामले को टरका दिया और अभी तक पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया।