अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के सोहावल के पास वंदे भारत ट्रेन पर हुए पथराव के मामले में पुलिस ने पिता और उसके दो बेटों को गिरफ्तार किया है। पथराव में ट्रेन के शीशे टूट गए हैं। जांच में सामने आया है कि वंदे भारत से आरोपियों की रेलवे ट्रैक पर घूम रही 6 बकरियों की कटकर मौत हो गई थी। इसी बात से नाराज होकर आरोपियों ने वंदे भारत पर पत्थर फेंके थे।
वंदे भारत ट्रेन 9 जुलाई से रोजाना गोरखपुर से लखनऊ के बीच चल रही है। 7 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर- 1 से पूर्वोत्तर रेलवे की पहली वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी। ट्रेन अपने तय समय सुबह 6 बजकर 5 मिनट पर गोरखपुर के प्लेटफॉर्म नंबर- 2 से रवाना हुई। ट्रेन अयोध्या से जैसे ही आगे बढ़ी सोहावल और देवरा कोट के बीच 8:40 बजे से 8:45 बजे के बीच कोचों के दोनों तरफ से पत्थर चलने लगे। पत्थर देख कोच के अंदर बैठे यात्री घबरा गए।
पथराव में कोच सीएम वन में सीट संख्या 33, 34, कोच सी3 में 20, 21, 22, कोच सी5 में 10, 11, 12 और कोच ई1 में सीट संख्या 35 36 के पास के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। स्थिति को ट्रेन के साथ चल रहे रेलवे के स्टाफ और सुरक्षाकर्मियों ने संभाला। दोनों तरफ से पत्थर चलने के बाद भी ट्रेन रुकी नहीं और अपनी रफ्तार से आगे बढ़ती रही।
पथराव मामले में तीन गिरफ्तार
अयोध्या में वंदे भारत ट्रेन पर पथराव मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पिता और दो पुत्रों को हिरासत में लिया गया है। आरोपी मुन्ना पासवान ने बताया कि उसकी छह बकरियां नौ जुलाई को इसी ट्रेन की चपेट में आने से मर गई थीं। जिससे आक्रोशित होकर उसने अपने दोनों बेटों के साथ ट्रेन पर पथराव कर दिया।