गोरखपुर। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को दशहरे के मौके पर गोरखपुर के चिड़ियाघर जाकर सफेद बाघिन को बाड़े में छोड़ा। इसके बाद उन्होंने रेस्क्यू कर आए दो तेंदुए के शावकों का नामकरण भी किया। इस दौरान उन्होंने शावकों को गोद में लेकर उन्हें बोतल से दूध भी पिलाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को शहीद अशफाक उल्ला खां प्राणि उद्यान में आयोजित वन्य जीव सप्ताह समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विजयदशमी का पर्व हमें केवल मानवमात्र की रक्षा की प्रेरणा ही नहीं देता बल्कि संपूर्ण प्राणियों की रक्षा और संरक्षण के लिए संकल्पित होने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे में इसे लेकर हमें संकल्पित होने की जरूरत है। यही रामराज्य की संकल्पना भी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2021 को गोरखपुर चिड़ियाघर का लोकार्पण किया था। 20 जून की रात गीता नाम की सफेद बाघिन को लखनऊ चिड़ियाघर से गोरखपुर चिड़ियाघर लाया गया। इस व्हाइट टाइगर को अनुकूलन के लिए पहले क्वारंटीन किया गया और फिर क्राल में रखा गया। बुधवार को सीएम योगी ने सफेद बाघिन गीता को क्राल से मुख्य बाड़े में प्रवेश कराया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने तेंदुए के दो मादा शावकों का नामकरण भी किया। एक का नाम भवानी तो दूसरे के नाम चंडी रखा। इसकी तैयारी तीन दिन पहले से शुरू हो गई थी। दोनों तेंदुओं को रेस्क्यू कर चिड़ियाघर में लाया गया था। यहां के परिवेश में उन्हें बेहतर माहौल मिल रहा है। ऐसे में उन्हें अब यहीं रखा जाएगा।
इतने बड़े वेटलैंड में फैला प्रदेश का पहला चिड़ियाघर
चिड़ियाघर में 35 एकड़ का वेटलैंड क्षेत्र है। प्रदेश में पहला चिड़ियाघर है, जहां इतने बड़े क्षेत्रफल में वेटलैंड फैला है। गोरखपुर चिड़ियाघर प्रदेश का इकलौता ऐसा चिड़ियाघर है, जिसके पास 34 एकड़ का प्राकृतिक वेटलैंड है। ठंड की शुरुआत के साथ इस वेटलैंड में प्रवासी पक्षियों का दल उतर आता है।
इससे इसका महत्व बढ़ जाता है। पिछली ठंड में पक्षी लिटिल कारमोरेंट (जलकाग), लेसर एडजूटेंट, व्हीस्लिंग डक, नाइट हेरान जैसे दुर्लभ परिंदे वेटलैंड में उतरे थे। ये परिंदे अपनी चहचहाहट व अपनी मौजूदगी से चिड़ियाघर की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं।