नई दिल्ली/बहराइच। केंद्र की मोदी सरकार ने गैर-कानूनी गतिविधियों में संलिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर पांच साल के लिए बैन लगा दिया है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी गजट नोटिफिकेशन में पीएफआई को गैर-कानूनी संस्था घोषित कर दिया गया है।
नोटिस में कहा गया है कि पीएफआई और इसके सहयोगी संगठन या संबद्ध संस्थाएं या अग्रणी संगठन गैर-कानूनी गतिविधियों में संलिप्त हैं जो देश की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा के खिलाफ है। इससे शांति और सांप्रदायिक सद्भाव का माहौल खराब होने और देश में उग्रवाद को प्रोत्साहन मिलने की आशंका है।
पीएफआई के संस्थापक सदस्य स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया यानी सिमी (SIMI) के नेता रहे हैं और पीएफआई का संबंध जमात-उल-मुजाहिद्दीन यानी जेएमबी (JMB) से भी रहा है। ये दोनों संगठन प्रतिबंधित हैं। पीएफआई के वैश्विक आतंकवादी समहूों, जैसे इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया यानी आईसआईएस (ISIS) के साथ अंतरराष्ट्रीय संपर्क के कई उदाहरण हैं।
देश भर में हुई छापेमारी
पीएफआई के देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की आशंकाएं के चलते पिछले कई दिनों से सरकारी एजेंसियों ने संस्था पर नकेल कसी हुई थी। ईडी और एनआईए ने देश भर में संस्था के तमाम ठिकानों पर छापे मारे, जिसको लेकर बड़े स्तर पर विरोध भी देखने को मिला। मंगलवार को भी सरकार की पीएफआई के खिलाफ कार्रवाई जारी रही। कल सात राज्यों में स्थानीय पुलिस और आतंकरोधी दस्ते ने पीएफआइ से जुड़े ठिकानों पर छापा मारा और इससे जुड़े 170 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया। पूछताछ के बाद इनमें से कई को गिरफ्तार भी किया गया है। इससे पहले गुरुवार को एनआइए के नेतृत्व में 15 राज्यों में 93 स्थानों पर छापेमारी हुई थी।
बहराइच से पकड़ा गया एक पीएफआई कार्यकर्ता
गत 23 सितंबर को एनआइए के छापों के दौरान एक टीम बहराइच के जरवल भी आई थी। टीम ने कटरा दक्षिणी से कमरुद्दीन नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। कमरुद्दीन उर्फ बब्बू फर्नीचर का काम करता है। उसकी दुकान भी जरवल कस्बे में ही है। कमरुद्दीन का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है लेकिन पीएफआई से सम्बंधित संगठनों की बैठकों में वह जाया करता है और एनआरसी के मुद्दे पर यह काफी मुखर था इसलिए इसे उस समय भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस के मुताबिक कमरुद्दीन ने पूछताछ में बताया है कि वह ट्रेनिंग लेने के लिए कुछ दिन पहले केरल गया था। उसने केरल के मंजीरी के ट्रेनिंग सेंटर पर जिहाद से जुड़ा प्रशिक्षण लिया है। वहां पर उसे भड़काऊ वीडियो दिखाकर देश के खिलाफ युद्ध का प्रशिक्षण भी दिया गया था। इसके बाद वह अब अपने क्षेत्र के युवाओं को इसी तरह की ट्रेनिंग दे रहा था। कमरुद्दीन बम बनाने में भी माहिर है। उसके घर की तलाशी में पुलिस को बम बनाने की विधि की सीडी व कागज बरामद हुए हैं। वह तमाम युवाओं को देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की ट्रेनिंग भी दे रहा था हालाँकि बब्बू की पत्नी तबस्सुम ने मानवाधिकार व बहराइच पुलिस को भेजी तहरीर में अपने पति को निर्दोष बताया है।