चंदौली। लगन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल करना सम्भव है। बरहनी विकास खंड के भैंसा गांव निवासी प्रिंस कुमार राय ने इसे साबित कर दिखाया है। देश के प्रतिष्ठित संस्थान इंदिरा गांधी सेंटर फॉर एटामिक रिसर्च सेंटर कलप्क्क्म चेन्नई में सहायक वैज्ञानिक बनकर उन्होंने जिले का मान बढ़ाया है। प्रिंस की इस सफलता पर पूरे परिवार में ख़ुशी का माहौल है।
प्रिंस राय के पिता अर्जुन राय किसान हैं। दो भाई और एक बहन में प्रिंस दूसरे नम्बर पर हैं। बचपन से ही प्रिंस पढ़ने में होशियार रहा है। उन्होंने हरिद्वार राय इंटर कॉलेज कमालपुर से 2013 में हाईस्कूल की परीक्षा व 2016 में राजकीय कॉलेज बिजनौर से पॉलीटेक्निक किया। उसके बाद प्रिंस प्रयागराज में पीसीएस की तैयारी कर रहे बड़े भाई के साथ यहां चला आया। प्रिंस ने बताया कि पॉलीटेक्निक के बाद वह प्रयागराज में एमआईटी संस्थान से बीटेक कर रहा था। इसी बीच उसने इंदिरा गाँधी एटोमिक रिसर्च सेंटर में परिक्षा दी। इसमें प्रिंस ने पूरे भारत में डिप्लोमा होल्डरों के लिए निर्धारित 27 सीटों में दूसरा रैंक लाकर परचम लहराया।
उसका कहना है उसके अंदर देश के लिए कुछ करने का जूनून है। अब यहां चयन हो जाने के बाद वह विश्व में देश का नाम रोशन करने का प्रयास करेगा। प्रिंस की कामयाबी पर उसके माता-पिता के साथ-साथ परिवार के हर सदस्य के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे हैं। पिता अर्जुन राय ने बताया कि जब प्रिंस के चयन से सम्बन्धित पत्र डाक से घर पहुंचा तो सभी ख़ुशी से चहक उठे। प्रिंस का बचपन से ही वैज्ञानिक बनने का सपना था। वहीं डॉ हरेन्द्र कुमार राय ने बताया कि प्रिंस की सफलता विद्यालय परिवार के लिए बहुत ही गौरवान्वित क्षण है। इससे विद्यालय के छात्रों को प्रेरणा मिलेगी। विद्यालय प्रशासन का हमेशा से ही प्रयास रहा है कि यहां का हर छात्र पढ़ाई करके क्षेत्र ही नही देश में नाम रोशन करे। विद्यालय परिवार प्रिंस के उज्ज्ल्व भविष्य की कामना करता है।
प्रिंसिपल डॉ राम प्रताप राय ने कहा कि ये सफलता प्रिंस की मेहनत का परिणाम है, विद्यालय परिवार ने प्रिंस के लक्ष्य निर्धारण करने में केवल अपनी छोटी भूमिका निभाई थी। ये विद्यालय परिवार का 20 वर्षों के कार्यकाल में स्वर्णिम पल है। प्रिंस की सफलता विद्यालय के प्रत्येक छात्रों को प्रोत्सहन देने का कार्य करेगी।