बहराइच। ”मजहब नही सिखाता आपस में बैर रखना” कुछ इन्ही भावों के साथ शुक्रवार को गणपति विसर्जन के दौरान मिहींपुरवा कस्बे के मुस्लिम भाई आपसी सौहार्द की मिसाल बने। एकतरफ गणपति बप्पा के भक्त विसर्जन को सफल बनाने में लगे थे तो दूसरी तरफ कुछ मुस्लिम भाई उन्ही भक्तों की सेवा में लगे थे। मुस्लिम भाइयों की यह सराहनीय कोशिश इस बात की गवाही दे रही थी जातिवाद व कट्टरता से कहीं दूर हटकर इंसानियत अभी जिंदा है और रहेगी।
शुक्रवार को गणपति विसर्जन के दौरान मिहींपुरवा कस्बा स्थित छोटी बाजार के पास शुऐब राईन के नेतृत्व में यात्रा में शामिल गजानन भक्तों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई। यात्रा में शामिल सभी भक्तों को मिनिरल वॉटर के पैकेट वितरित किये गये। भक्तों के अलावा आते-जाते राहगीरों को भी जलपान की सेवा दी गई। शुऐब राईन ने बताया कि हम मुस्लिम भाई पिछले 3 वर्षों से विसर्जन के दौरान इसी तरह हिन्दू धर्म प्रेमी भाइयों की सेवा करते आ रहे हैं। शुऐब ने कहा कि हमें फक्र है कि हमारे देश में आज भी गंगा-जमुनी तहजीब जिंदा है। शुऐब के इस सराहनीय कार्य में उनके साथी शरीफ राईन, शहजादे राईन, रिजवान अंसारी, शासिक राईन, साहिल राईन शामिल रहे। इसी विसर्जन में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया शाखा मिहींपुरवा के प्रबंधक के नेतृत्व में सहायक हर्षित कुमार आदि के द्वारा कस्बे के राम जानकी मंदिर के पास भंडारे की व्यवस्था की गई।