बहराइच। पर्यावरण संरक्षण व जिले के तराई क्षेत्र से नशे को जड़ से मिटाने के लिए दृढ़ संकल्पित महामना मालवीय मिशन अवध के तत्वाधान में पौराणिक चित्तौरा झील के घाट पर हनुमान आश्रम नगरोर के परिसर में विशाल पर्यावरण सम्मेलन, ब्रह्द-वृक्षारोपण एवं पशुचिकित्सा का शिविर लगाया गया।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद विंध्यवासिनी कुमार (पूर्व नेता सदन विधानपरिषद) ने पर्यावरण को जरूरी बताते हुए कहा कि मानव जीवन का अस्तित्व पर्यावरण संरक्षण व वृक्षारोपण से ही संभव है। उन्होंने कहा कि नदियों का संरक्षण व उसके तटीय इलाकों पर सघन वृक्षारोपण भूमि को मानव जीवन के अनुकूल बनाये रखने के लिये बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में उपस्थित मिशन के अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने पंचवटी प्रजाति के वृक्षों के महत्व को बताते हुए उपस्थित लोगों से पंचवटी प्रजाति के पांच पेंड़ लगाने का आव्हान किया।
कार्यक्रम के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ डॉक्टरों ने सैकड़ो मरीजों का निःशुल्क चिकित्सा परीक्षण किया। वहीं पशुचिकित्सकों ने जानवरों का उपचार भी किया। कार्यक्रम खत्म होने के बाद आश्रम परिसर, चित्तौरा के तटीय इलाकों व मेडिकल कॉलेज परिसर में पंचवटी प्रजाति के पौधे रोपितकर पर्यावरण संरक्षण व जल संरक्षण का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर समाज सेवी गुलाब चंद शुक्ल, हरीश चंद गुप्ता, चंद्रिका गुप्ता, राजेन्द्र अवस्थी एडवोकेट, आभा गोयल, डॉ मुकेश कुमार, डॉ विवेक, डॉ शिल्पी गुप्ता, तरुण श्रीवास्तव, परमेश जायसवाल व चितौरा मंडल अधयक्ष रामरूप,प्रखर श्रीवास्तव समेत अन्य लोग मौजूद रहे।