बहराइच। वन महोत्सव सप्ताह के तत्वाधान में नानपारा के शिवालय बाग परिसर में आयोजित पर्यावरण संरक्षण गोष्ठी को संबोधित करते हुए परियोजना निर्देशक डीआरडीए अनिल सिंह ने कहा कि पर्यावरण का हमारे जीवन मे अत्यधिक महत्व है। जल, जंगल, जमीन व जलवायु का संरक्षक मानव जीवन के लिए बहुउपयोगी है स्वस्थ जनजीवन के लिए यह आवश्यक है। गोष्ठी में उपस्थित लोगों से उन्होंने आव्हान किया कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन काल मे प्रतिवर्ष दो पेंड़ आवश्य लगाने चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामना मालवीय मिशन संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट ने कहा कि पंचवटी प्रकार के (पीपल , पाकड़, बरगद, नीम, आवंला) के वृक्षारोपण हमारे जीवन मे अत्यधिक महत्व रखते हैं। उन्होंने कहा कि इसके रोपण से जल संचयन में भी वृद्धि होती है। उन्होंने आव्हान किया कि सरयू नदी के तटवर्तीय इलाकों में पंचवटी प्रजाति के पेंड़ ज्यादा से ज्यादा लगाया जाए। वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ एमपी सिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण से ही मानव सभ्यता का विकास संभव है इसके लिए आवश्यक है कि हम अधिक से अधिक पेंड़ लगाकर इसका संरक्षण करें। कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी राहुल पांडे ने किया वहीं शिवालय बाग महंत वीरेंद्र गिरी जी महाराज के संयोजकत्व में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का सामुहिक रोपण कर पर्यावरण व जलसंरक्षण का सामूहिक संकल्प लिया गया।
इस अवसर पर बीडीओ बलहा सरयू प्रसाद सिंह, समाजसेवी सरदार गुरुनाम सिंह, रामफेरन विश्वकर्मा, विवेक श्रीवास्तव, डॉ एसवी सिंह, राजेश कुमार सिंह, लालबहादुर तिवारी, विनोद कुमार पाठक, विनोद गुप्ता, चौधरी जी समेत सैंकड़ो ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम समापन अवसर पर शिवालय बाग परिसर में सामुहिक वृक्षारोपण कर पर्यावरण व जलसंरक्षण का सामुहिक संकल्प लिया गया।