बहराइच। जनपद के समस्त ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में अस्थाई गौवंश आश्रय स्थल हेतु भूमि का चिन्हांकन व भूमि उपलब्ध कराने, अवस्थापना सृजन, अस्थाई गौवंश आश्रय स्थलों पर अन्य सेवाएं उपलब्ध कराने हेतु विभिन्न विभागों के कर्तव्य एवं दायित्वों की समीक्षा के लिए मंगलवार देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने सभी सम्बन्धित जिला स्तरीय अधिकारियों को समन्वय के साथ कार्य करते हुए शासन के निर्देशानुसार सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मे ग्राम स्तरीय समितियों की बैठक करके बेसहारा पशुओं का चिन्हांकन कर लिया जाये। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जिन ग्राम पंचायतों मे ग्राम समाज की भूमि उपलब्ध नही है वहां यदि चारागाह की भूमि उपलब्ध है, तो उस भूमि के 10 प्रतिशत भाग मे अस्थाई गो आश्रय स्थल बनाया जाए। बैठक के दौरान समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि चारागाहों के चारो तरफ मनरेगा से टेंच का निर्माण कराया जाये, जिसकी मिट्टी पर वृक्षारोपण कराया जाये।
उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने तहसील क्षेत्र के गो आश्रय स्थलों का दैनिक रूप से निरीक्षण करें तथा यदि कोई समस्या हो तो अपने स्तर से उसका निस्तारण भी सुनिश्चित करायें। बैठक का संचालन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ बलवन्त सिंह ने किया। इस अवसर मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय, उप जिलाधिकारी नानपारा प्रशिक्षु आईएएस प्रभाष कुमार, उप जिलाधिकारी सदर ज़ुबेर बेग, पयागपुर के डॉ संतोष उपाध्याय, महसी के सिद्धार्थ यादव, जिला पंचायत राज अधिकारी केबी वर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद बहराइच पवन कुमार सहित अन्य अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी मौजूद रहे।