बहराइच। जिले के मिर्जवा मझरा गांव निवासी एक किशोर शनिवार देर शाम गन्ने के खेत की रखवाली करने गया था। तभी तेंदुए ने उसपर हमला कर दिया। तेंदुए से संघर्ष करते हुए किशोर ने शोर मचाया। गांव के लोग दौड़े, तब उसकी जान बच सकी। हमले में किशोर गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसे सीएचसी से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। वनाधिकारियों की टीम ने भी मौके का जाकर स्थिति की जानकारी ली। किशोर ने तेंदुए से लड़कर बहादुरी का परिचय दिया है।
कतर्नियाघाट संरक्षित वन क्षेत्र के ककरहा रेंज अंतर्गत कोतवाली मुर्तिहा के मिर्जवा मझरा गांव निवासी राजकुमार का खेत जंगल से सटा हुआ है। खेत में गन्ने की फसल लगी हुई है। राजकुमार का 14 वर्षीय पुत्र उत्तम प्रतिदिन की तरह शनिवार देर शाम को खेत की रखवाली करने गया। तभी गन्ने के खेत में छिपकर बैठे तेंदुए ने उत्तम पर हमला कर दिया। उत्तम ने शोर मचाते हुए तेंदुए से संघर्ष शुरू किया। शोर सुनकर गांव के लोग हाका लगाते हुए दौड़े, लेकिन ग्रामीणों को पहुंचने में 10 मिनट का समय लग गया। इस दौरान उत्तम तेंदुए से संघर्ष करता रहा। उसके हाथ व पेट में गहरे जख्म हुए हैं। ग्रामीणों के शोर और भीड़ को देखकर तेंदुआ गन्ने के खेत में घुस गया। सूचना पाकर वन क्षेत्राधिकारी महेंद्र मौर्य टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन क्षेत्राधिकारी ने हमले में लहहूलुहान उत्तम को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां पर प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उत्तम को जिला अस्पताल रेफर कर दिया है। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि गांव के लोगों को सजग किया गया है। हमले में घायल किशोर के परिवारीजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।