बहराइच। विकासखंड मिहींपुरवा के मोतीपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत वनग्राम महबूबनगर आज भी उन सुविधाओं से अछूता है जिसका हक़ असल में गांव वालों को मिलना चाहिये। लाख कोशिशों के बावजूद इस गांव को अभी तक राजस्व गांव का दर्जा नही मिल पाया है। आपको जानकर शायद हैरानी हो लेकिन इस गांव में आज तक कोई प्रधान नही चुना गया। गांव के लोग बताते हैं कि राजनैतिक उठापटक के चक्कर में महबूबनगर गांव कई बार राजस्व गांव होते होते रह गया। बता दें कि आजादी के पहले बसा 3 हजार की आबादी वाला यह गांव स्वास्थ्य, शिक्षा, शौचालय, सड़क व अन्य तमाम सुविधाओं से आज भी मोहताज़ है।
गांव की इसी असल हकीक़त को जानने तीन दिन पूर्व बहराइच संदेश की टीम यहां पहुंची थी। टीम ने फेसबुक लाइव रिपोर्टिंग के जरिये जनता व आला अधिकारियों से सीधे जुड़कर महबूबनगर गांव की समस्या को उजागर किया था। फेसबुक लाइव रिपोर्टिंग की भनक जिलाधिकारी कार्यालय तक पहुंच गई। गांव की समस्या जब फेसबुक लाइव के माध्यम से आला अधिकारियों तक पहुँची तो जिला प्रशासन हरकत में आया। मंगलवार को तहसील दिवस के मौके पर जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव के निर्देश पर सीडीओ राहुल पाण्डेय ने महबूबनगर गांव में चौपाल के माध्यम से गांव की असल समस्या को जाना। गांव वालों से सीधे संवाद स्थापित कर महबूबनगर को जल्द से जल्द राजस्व गांव बनाने का आश्वासन सीडीओ राहुल पाण्डेय ने दिया है। बहराइच संदेश फेसबुक लाइव रिपोर्टिंग के असर ने गांव वालों के भीतर नई उम्मीद जगाई है।