बहराइच। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए विकास भवन सभागार में किसान दिवस का आयोजन हुआ। इसके साथ ही प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाईज़ेशन फार इन सीटू मैनेजमेन्ट ऑफ क्राप रेजिडयू योजनान्तर्गत एक दिवसीय जनपद स्तरीय कृषक जागरूकता गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने उप निदेशक कृषि को निर्देश दिया कि जिला स्तरीय रबी गोष्ठी की तिथि का निर्धारण कर शीघ्र आयोजन करायें। उन्होंने जनपद के समस्त किसानों से अपील करी कि फसल के अवशेषों को खेत में कदापि न जलायें। इससे पर्यावरण की हानि के साथ-साथ आपके विरूद्ध आर्थिक दण्ड भी लगाया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने इस दौरान दुग्धशाला विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि जनपद में दुग्ध यूनिट को पूरी क्षमता के साथ संचालित करायें। कृषि आधारित जनपद होने के कारण यह आवश्यक है कि किसानों को पशुपालन एवं दुग्ध उत्पाद से जोड़ा जाये ताकि आकांक्षात्मक जनपद के किसान अपना आर्थिक विकास कर सकें। उन्होंने किसानों को जानकारी दी कि जनपद में 25 दिसम्बर 2018 तक संचालित हो रहे कृषि कल्याण अभियान के द्वितीय चरण का भरपूर लाभ उठायें। उन्होंने कृषि विभाग से सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद में आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जायेगा इससे एक ओर जहाँ अच्छी गुणवत्ता की फसल प्राप्त होती है वहीं दूसरी ओर भूमि की उर्वरा शक्ति भी बनी रहती है।
उन्होंने सुझाव दिया कि विभिन्न अवसरों पर जनपद के अनुभवी व प्रगतिशील किसानों का ज्यादा से ज्यादा परिचय युवा किसानों से कराया जाये। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि जनपद के सभी ऋणी व गैर ऋणी किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से आच्छादित कराये जाने का प्रयास किया जाये ताकि किसी भी आपदा विशेषकर बाढ़ इत्यादि के दौरान किसानों को होने वाले नुकसान की भरपाई हो सके। मुख्य विकास अधिकारी राहुल पाण्डेय ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया कि किसानों की ओर से प्राप्त हुए सुझावों के दृष्टिगत जनपद में सुगंधित व औषधीय फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन तथा मधुमक्खीपालन के लिए प्रशिक्षण का माकूल बन्दोबस्त कराने की व्यवस्था करें।