बहराइच। “मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना”। राखी को त्यौहार आया तो हर कोई ख़ुशी के रंग में मशगूल हो गया। इस राखी के त्यौहार पर मोतीपुर थाना क्षेत्र के गुजरहना में भी धर्म के भेदभाव से परे कुछ ऐसा देखने को मिला जिसने एक बार फिर हिन्दू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा दिया।
मिहींपुरवा कस्बे के गांव गुजरहना निवासी पूर्व प्रधान व सपा नेता शकील अहमद पूरे गांव में अच्छे व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। गांव की हिन्दू महिलाएं पिछले 15 वर्षों से पूर्व प्रधान शकील अहमद को राखी बांधती आ रही हैं। 26 अगस्त को रक्षाबंधन आया तो हर वर्ष की तरह इस बार भी गाँव की सैंकड़ो महिलाएं प्रधान जी को राखी बांधने पहुँच गईं। बहन की रक्षा वाले इस पवित्र त्यौहार पर बहनों ने पूर्व प्रधान को तिलक लगाकर राखी बांधी और उनसे अपनी रक्षा का संकल्प लिया। इस बारे में पूर्व प्रधान ने बताया कि लगभग पन्द्रह वर्षो से लगातार हर वर्ष सामूहिक रक्षाबंधन पर्व का आयोजन होता है, पिछले 15 सालों से गाँव की महिलाएं राखी बांधती आ रही हैं। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का मकसद सिर्फ इतना है कि गाँव के लोगों के साथ समाज में भी आपसी सौहार्द का माहौल कायम हो और भाईचारा बनाए रहे।