बांग्लादेश सीमा पर तैनात जवान की मौत, शव लेने बहराइच से रवाना हुए परिजन

बहराइच। बांग्लादेश की सीमा पर तैनात नानपारा कोतवाली निवासी जवान की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। सूचना मिलने पर परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है और वे शव लेने के लिए पश्चिम बंगाल पहुँच गए हैं।

क्षेत्र के गांव गुरघुटृटा निवासी दिलीप निषाद (21) पुत्र जमुना प्रसाद तीन वर्ष पूर्व अग्निवीर के माध्यम से सेना में भर्ती हुआ था। ट्रेनिंग के पश्चात उसकी तैनाती पश्चिम बंगाल के पानागढ़़ में बंग्लादेश बॉर्डर पर थी। मृतक जवान के भाई विनोद ने बताया कि कल रात में तबियत बिगड़ी होने की सूचना हेड क्वार्टर से प्राप्त हुई और माता पिता को साथ लेकर आने की बात कही गई। फिर हमें मृत्यु हो जाने की सूचना दी गई।

विनोद ने कहा कि कल ही दोपहर हमारी बात हुई थी तब तक मेरा भाई ठीक था। हम सभी लोग कोलकाता से लगभग 200 किलोमीटर दूर कोलकाता पानागढ़ बांग्लादेश बॉर्डर पर हैं। यहां पर आर्मी के अधिकारियों ने बताया कि आपके भाई की मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। शव अभी पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद सारी जानकारी स्पष्ट हो जाएगी। विनोद ने बताया कि रात्रि 8:00 बजे भाई का शव उन्हें आर्मी द्वारा दिया जाएगा जिसे लेकर वह यहां से 200 किलोमीटर दूर कोलकाता पहुंचेंगे जहां से हवाई जहाज से लखनऊ आएंगे। लखनऊ से एंबुलेंस की मदद से उसे घर लाया जाएगा।

गांव प्रधान रह चुके हैं पिता
मृतक के पिता जमुना प्रसाद अपने गांव के प्रधान भी रह चुके हैं। बेटे की मौत की घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। जमुना प्रसाद निषाद के तीन बेटे जिसमें विनोद सबसे बड़ा बेटा तथा दूसरे नंबर पर संतोष और सबसे छोटा दिलीप था। जमुना प्रसाद की दो बेटियां थीं। बड़ी बेटी मंजू देवी की शादी हो गई है। दूसरी बेटी पूजा घर पर रहती है। जमुना प्रसाद अपने परिवार का पालन पोषण खाद और मोबाइल की दुकान से करते थे।

दिलीप ने प्राथमिक शिक्षा गांव से लेकर शंकर इंटर कालेज से इंटर की परीक्षा पास की। दिलीप दूसरे नंबर का भाई है। दिलीप के तीन भाई व दो बहनें हैं। उसने इंटर की पढ़ाई करने के बाद आर्मी फोर्स में जाने की तैयारी शुरू कर दी थी और लगभग डेढ़ से 2 साल की कड़ी मेहनत से उसने यह सफलता अर्जित कर ली थी।

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