बलिया। उत्तर प्रदेश के बलिया में पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली के बड़े खुलासे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। सीएम योगी ने एसपी और एएसपी को भी हटा दिया है। थानेदार और चौकी इंचार्ज को एडीजी ने ही निलंबित कर दिया था। सीएम योगी ने सीओ को भी निलंबित करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही सीओ, एसएचओ और चौकी इंचार्ज की संपत्ति की खुली विजिलेंस जांच का आदेश दिया है।
बलिया में नरही थाना क्षेत्र में बिहार से आने वाली ट्रकों से बड़े पैमाने पर वसूली का खुलासा खुद वाराणसी के एडीजी और डीआईजी की टीम ने औचक छापेमारी में की थी। दोनों अधिकारी जींस और टी-शर्ट में वहां पहुंचे और वसूली करते रंगे हाथ पुलिस वालों और उनके दलालों को पकड़ा। पता चला कि हर ट्रक से 500 रुपए की वसूली हो रही थी। रोजाना वहां से एक हजार से ज्यादा ट्रक गुजरते हैं। ऐसे में रोजाना पांच लाख से ज्यादा की वसूली हो रही थी। इसके अलावा छोटी गाड़ियों से भी अलग अलग रेट पर वसूली होने की बात पता चली है।
इस मामले में नरहीं थानाध्यक्ष पन्नेलाल और कोरंटाडीह चौकी प्रभारी राजेश प्रभाकर समेत 17 पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया था। दो सिपाहियों और 18 दलाल गिरफ्तार किए गए। जबकि तीन सिपाही मौके से भाग निकले। छानबीन के दौरान 37 हजार 360 रुपये नगद, 25 मोबाइल, 14 मोटरसाइकिल और दो नोटबुक बरामद किए गए। एसओ व चौकी प्रभारी समेत सात पुलिसकर्मियों तथा 18 दलालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस दौरान एडीजी ने नरही थानाध्यक्ष का कमरा सील करा दिया था, वह फरार हैं।
वहीं अब सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसपी बलिया देव रंजन वर्मा को हटा दिया गया है। इसके अलावा एडिशनल एसपी को भी हटाया गया है. सीओ को निलंबित किया गया है। सीएम योगी ने सीओ, SHO नरही और चौकी प्रभारी काेरंटाडीह की सम्पत्ति के जांच के भी निर्देश दिए हैं। एसपी-एएसपी का तबादला करते हुए प्रतीक्षा में रखा गया है।