बहराइच। कतर्नियाघाट के जंगल में मवेशी चराने गए अधेड़ का क्षत-विक्षत शव मिलने से आसपास के इलाकों में सनसनी फ़ैल गई। घटना स्थल मिले पैरों के निशान से अधेड़ की मौत बाघ के हमले में हुई बताई गई है। फिलहाल वन विभाग की टीम जांच में जुटी हुई है।
जानकारी के मुताबिक लखीमपुर जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सुमेरपुर निवासी 65 वर्षीय बहोरी लाल मवेशी चराने कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के मझरा बीट के कंपार्ट नंबर तीन में गए थे। देर रात तक वह मवेशी लेकर घर नहीं लौटे तो परिवारजनों को चिंता हुई. उन्होंने इसकी सूचना पुलिस और वन विभाग को सूचना दी। पुलिस व वनकर्मियों ने सर्च अभियान चलाया। इस दौरान उनका क्षत-विक्षत शव बरामद किया गया गया। शव मिलने की सूचना पर वन क्षेत्राधिकारी पीयूष मोहन श्रीवास्तव, वन दारोगा अनिल कुमार, मयंक पांडेय ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की जांच-पड़ताल की। हांलाकि बाघ ने किस स्थान पर मारा है। इसकी जांच वन विभाग की टीम कर रही है। डीएफओ ने बताया कि घटना स्थल कतर्निया रेंज में आता है, लेकिन मृतक लखीमपुर जिले का है। जंगल के अंदर शव बरामद होने पर मृतक परिवार को मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। बताते चलें कि मृतक के परिवार में उसके पांच बच्चे हैं। जिनमें लगभग 35 वर्षीय बड़े बेटे रामलखन 35,लगभग 32 वर्षीय बेटी रीनू व लगभग 27 वर्षीय चुन्नी की शादी हो चुकी है। जबकि लगभग 22 वर्षीय बेटे श्री प्रकाश व लगभग 15 वर्षीय जय कुमार अविवाहित थे। जिनके शादी विवाह की जिम्मेदारी मृतक के कंधो पर थी।
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