बहराइच। माफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत गब्बर सिंह की अवैध संपत्ति प्रशासन ने कुर्क कर ली। प्रशासन ने गब्बर सिंह की पत्नी के नाम पर बने मकान को कुर्क किया है। इस मकान की कीमत एक करोड़ से अधिक बताई जा रही है, जिसे अवैध रूप से अर्जित धन से बनवाया गया था।
थाना पयागपुर के ग्राम मनोहरपुर माफी निवासी देवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गब्बर सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं। शहर के मोहल्ला रायपुर राजा में माफिया की पत्नी सारिका सिंह के नाम दर्ज मकान को जिला प्रशासन ने कुर्क किया है। सिटी मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर ने बताया कि जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर एक सप्ताह पूर्व गब्बर सिंह की पत्नी के नाम दर्ज मकान पर नोटिस चस्पा कर कुर्की की चेतावनी दी गई थी। समय पूरा होने पर मंगलवार को टीम पहुंची और कार्रवाई की गई है। नगर मजिस्ट्रेट के साथ सीओ सिटी रमेश कुमार पांडेय, देहात कोतवाल परमानंद तिवारी की अगुवाई में पुलिस फोर्स ने मकान को कुर्क कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान ढोल नगाड़े के बीच मकान की कुर्की की गई।
माफिया के होटल की हो सकती ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
माफिया देवेंद्र सिंह उर्फ गब्बर सीएम योगी के साथ मंच साझा कर चर्चा में आ गया था। उसके बाद जिला प्रशासन ने शहर में स्थित उसके बेशकीमती बंधन होटल को सील कर दिया था। इस होटल की ध्वस्तीकरण कार्रवाई भी चल रही है। अब इस बात की भी चर्चा तेज हो गई है कि माफिया के होटल को बुलडोजर एक्शन के तहत जल्द ही ध्वस्त भी किया जा सकता है।
फिरोजाबाद जेल में बंद है गब्बर सिंंह
प्रदेश के कई जिलों में माफिया गब्बर सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज होने पर उसे प्रदेश के टाप-50 सूची में शामिल कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। फरवरी 2022 से वह जिला कारागार में निरुद्ध है। शासन ने प्रशासनिक आधार पर उसे फिरोजाबाद जेल भेज दिया है।
गब्बर के खिलाफ दर्ज हैं 50 से ज्यादा मामले
माफिया देवेंद्र सिंह उर्फ गब्बर सिंह के खिलाफ पहला मामला साल 1992 में दर्ज हुआ था। इसके बाद उसके खिलाफ बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, फैजाबाद, गोंडा, सुलतानपुर, लखनऊ और अयोध्या जैसे जिलों में 50 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उसके खिलाफ एक ही जिले के अलग-अलग पुलिस थानों में भी केस दर्ज हैं।