बहराइच। घाघरा नदी से सटे नाले में रविवार दोपहर चचेरे भाई बहन डूब गए। तैराकों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव बरामद कर लिए। शव मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। दोनों का पोस्टमॉर्टम कराया गया है।
मोतीपुर थाने के जालिम नगर पुलिस चौकी इलाके के मनगौढ़िया गांव के मजरा मोतीपुरवा घाघरा नदी की बाढ़ से प्रभावित है। रविवार दोपहर लगभग 11:30 बजे ननिहाल आए लखीमपुर जिले के धौरहरा थाने के प्रतापपुर निवासी 10 वर्षीय धर्मेंद्र विश्वकर्मा पुत्र पिंटू विश्वकर्मा अपनी चचेरी बहन मोतीपुर थाने के मनगौढ़िया के मजरे मोतीपुरवा निवासिनी 10 वर्षीय रिंकी पुत्री बदलू विश्वकर्मा के साथ खेल रहा थी। इस दौरान दोनों घाघरा नदी से सटे नाले के पास पहुँच गए। अचानक रिंकी का पैर फिसलने से वह नाले में गिर गई। उसे बचाने के प्रयास में धर्मेंद्र भी नाले में डूब गया। आस-पास मौजदू ग्रामीणों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया। लेकिन पानी अधिक होने के कारण सफलता नहीं मिली।
मवेशी चराने आए चरवाहों ने शोर मचाया, तो लोग दौड़े और बाढ़ के जलभराव में तैराकों को उतारा गया। कड़ी मशक्कत के बाद पहले रिंकी का शव बरामद हुआ। कुछ ही देर बाद धर्मेन्द्र का भी शव बरामद हो गया। शव मिलते ही उनके परिजनों में कोहराम मच गया है। सूचना मिलने पर मिहींपुरवा तहसीलदार अंबिका चौधरी राजस्व महकमे की टीम के साथ पहुंचे। जालिम नगर पुलिस चौकी प्रभारी दिनेश सिंह ने पोस्टमार्टम कराकर दोनों लाशें परिजनों को सौंप दिया है।