बहराइच। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग के गिरिजापुरी सिंचाई कॉलोनी के दिहाड़ी चौकीदार को शुक्रवार रात हाथियों के झुंड ने मार डाला। सुबह उसका शव झाड़ियों में हाथियों के झुंड के पास खून से लथपथ मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए लोगों को सतर्क किया गया है।
सुजौली थाना क्षेत्र के गिरिजापुरी सिंचाई कॉलोनी केडी ब्लॉक निवासी 52 साल के देवेश्वर प्रसाद सिंचाई विभाग में चौकीदार थे। देवेश्वर अपने भतीजे राकेश के परिवार के साथ रहते थे। रोज की तरह देवेश्वर शुक्रवार रात नित्य क्रिया के लिए आवास के सामने जंगल के किनारे लगी झाड़ियों के पास गए लेकिन वापस नहीं लौटे। काफी देर तक न लौटने पर परिवार के लोगों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन जब परिजन कॉलोनी के लोगों के साथ देवेश्वर को तलाश रहे थे, तभी जंगल के पास उन्हें हाथियों की चिंघाड़ सुनाई पड़ी। जिस कारण सभी डर गए। वहीं अंधेरा भी ज्यादा हो गया था। जंगल का क्षेत्र होने के कारण रात में परिवार के लोग ज्यादा दूर तक नहीं गए और घर लौट आए।
वहीं सुबह एक बार फिर सभी लोगों ने जंगल में खोजबीन शुरू किया। तभी लोगों की नजर आवास से कुछ दूरी पर झाड़ियों में देवेश्वर का शव पड़ा दिखा। शव से कुछ दूरी पर मौजूद हाथियों ने लोगों को खदेड़ लिया। सूचना वन व पुलिस विभाग को दी गई। मौके रेंजर अनूप कुमार, वन दरोगा मयंक पांडेय और सुजौली थानाध्यक्ष सौरभ सिंह, उपनिरीक्षक शंकर प्रसाद, कांस्टेबल अकरम, राजेश राणा पहुंचे। हाथियों को भगाकर शव को पुलिस ने कब्जे में ले लिया।
वन क्षेत्राधिकारी अनूप कुमार ने बताया कि आसपास हाथियों के पद चिन्ह मिले हैं, जिससे लग रहा है कि हाथियों के हमले में देवेश्वर की जान गई है। सुबह भी लोगों ने हाथियों की चिंघाड़ सुनी है, ऐसे में लोगों को सजग रहने की सलाह दी गई है। साथ ही क्षेत्र में वनकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है। हाथियों के हमले में अधेड़ की मौत के बाद क्षेत्र के लोग दहशत में हैं।