बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली से लापता निजी स्कूल की शिक्षिका ने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया है। उन्होंने हिंदू धर्म अपना कर अपना नाम नेहा सिंह कर लिया है। इससे पहले शिक्षिका की मां ने थाने में उनके साथी शिक्षक मोहित के खिलाफ बेटी के अपहरण की रिपोर्ट लिखाई थी। नेहा ने परिवार से जान का खतरा बताते हुए प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
सनातन धर्म अपनाकर नेहा असमत से नेहा सिंह बनी टीचर बरेली की मुस्लिम बहुल फाइक एन्क्लेव कॉलोनी की रहने वाली हैं। पिता असगर अली बीज विकास निगम में लेखाकार थे, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। उनके परिजनों ने संजयनगर के मोहित के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करा दिया है लेकिन नेहा का कहना है कि उनके परिजनों ने मोहित सिंह के खिलाफ अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपनाया है।
नेहा ने बताया कि उनकी बहन शबाना, गजाला, बहनोई डॉ. आसिफ और तनवीर अहमद मां रानी बेगम के साथ मिलकर उनकी शादी ऐसे अधेड़ शख्स से करने का षडयंत्र कर रहे थे, जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। परिवार का ऐसा खराब फैसला उनको मंजूर नहीं था, तो इसका विरोध किया। इसे लेकर परिवार उनको परेशान करने लगा और तरह-तरह का दबाव बनाने लगा।
नेहा ने कहा कि उसने मर्जी से घर छोड़ा है और बगैर किसी दबाव के सनातन धर्म अपनाया है। कट्टरपंथी परिवार से उन्हें जान का खतरा है। वे लोग कभी भी उसकी हत्या करा सकते हैं। नेहा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ बरेली की डीएम और एसएसपी को पत्र भेजकर परिवार से जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। उसने यह भी कहा है कि अगर सुरक्षा को लेकर उसे कोई भी परेशानी हुई तो उसका जिम्मेदार उसका परिवार होगा।
नेहा का कहना है कि इस्लाम में व्याप्त बुराइयों से उन्हें भविष्य को लेकर डर सता रहा था। अपने भविष्य की सोचकर उन्होंने स्वेच्छा से घर छोड़ दिया और इस्लाम को त्यागकर वैदिक रीति रिवाज से सनातन धर्म अपना लिया है। वह भगवान शिव की आराधना करती हैं और महाकाल का अशीर्वाद भी ले चुकी हैं।