लखनऊ। इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के बीच पिछले 7 दिनों से संघर्ष जारी है। भारत ने इसे आतंकी हमला करार देते हुए इजरायल सरकार के एक्शन का समर्थन किया है। वहीं अलीगढ मुस्लिम यूनीवर्सिटी में इजरायल विरोधी नारेबाजी के बाद प्रदेश सरकार अलर्ट मोड में आ गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस संबंध में सख्त निर्देश जारी किए हैं कि इजरायल-फलिस्तीन विवाद में भारत के पक्ष का विरोध करने अथवा इसके खिलाफ बयान देने वालों पर तुरंत कठोर कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों/पुलिस कप्तानों से संवाद करते हुए कहा कि सोशल मीडिया हो या धर्मस्थल, कहीं से भी किसी भी प्रकार का उन्मादी बयान/वक्तव्य जारी न हो। यदि किसी के द्वारा ऐसा करने का कुत्सित प्रयास हो, तो तत्परता के साथ उसके विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाए। सीएम योगी ने आगामी दिनों में शारदीय नवरात्र, दुर्गा पूजा, विजयादशमी, दशहरा, दीपावली, छठ आदि पर्व त्योहारों को हर्ष, उल्लास और सौहार्द के साथ मनाए जाने के लिए सभी पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीट सिपाही से लेकर हल्का इंचार्ज और पुलिस कप्तान सहित हर अधिकारी सड़क पर उतरे। त्योहार के दिनों में कुछ अराजक तत्व माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर सकते हैं। ऐसे में पुलिस को अलर्ट रहना होगा। आम आदमी को उसकी सुनिश्चित सुरक्षा के लिए पूरा भरोसा दिलाना होगा।
‘तारीख पर तारीख’ की प्रवृत्ति बर्दाश्त नहीं
इसके अलावा, देवरिया में भूमि विवाद में छह लोगों की हत्या के मामले में लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्व वादों के निस्तारण को लेकर बेहद कड़ा रुख अपनाया है। राजस्व वादों के निपटारे में देरी पर उन्होंने मंडलायुक्त और डीएम की जवाबदेही तय की है।
आम लोगों से जुड़े नामांतरण, वरासत, पारिवारिक बंटवारे, पैमाइश जैसे राजस्व वादों के निस्तारण में अनावश्यक देरी पर कड़ी नाराजगी जताई है। इसे लेकर तहसीलवार प्रदर्शन की रिपोर्ट जारी की। कहा कि राजस्व वादों में ‘तारीख पर तारीख’ की प्रवृत्ति कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।