मऊ। यूपी के मऊ की घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की है। उसके उम्मीदवार सुधाकर सिंह ने बीजेपी के दारा सिंह चौहान को 42 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से हराया है। इस उपचुनाव में वैसे तो मुकाबला बीजेपी के दारा सिंह चौहान और समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह के बीच था लेकिन प्रतिष्ठा NDA और INDIA गठबंधन की दांव पर लगी थी।
5 सितंबर को हुए उपचुनाव में 50.30 फ़ीसदी लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था। यह पिछली बार के आम चुनाव की तुलना में करीब 6 फ़ीसदी कम है। यही वजह है कि कोई भी इस बात का कयास नहीं लगा पा रहा था कि घोसी में कमल खिलेगा या फिर साइकिल दौड़ेगी।हालांकि घोसी उपचुनाव के लिए दोनों ही गठबंधन की तरफ से पूरी ताकत झोंकी गई। । भाजपा ने उपचुनाव में मंत्रियों की फौज उतार दी थी। बीजेपी के लिए 26 मंत्री और 60 से ज्यादा विधायक ने प्रचार किया। सीएम योगी ने भी चुनावी जनसभा की।
बीजेपी ने पिछड़ी जाति के वोटरों को साधने के लिए ओपी राजभर को, निषाद वोटरों को साधने के लिए संजय निषाद, कुर्मी वोटरों को साधने के लिए एके शर्मा और स्वतंत्र देव सिंह, ब्राह्मण वोटरों को साधने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मुस्लिम समाज के पसमांदा वोटरों को साधने के लिए दानिश आजाद अंसारी को घोसी के रण में उतरा गया।
इधर, सपा की तरफ से अखिलेश यादव, शिवपाल यादव समेत कई नेता चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। शिवपाल तो नामांकन के बाद से ही घोसी में डटे रहें। अपने प्रत्याशी के लिए शिवपाल यादव ने डोर-टू-डोर कैंपेन किया।
दारा सिंह चौहान की दलबदलू छवि बीजेपी को पड़ी भारी
दारा सिंह चौहान का दलबदल का लंबा इतिहास रहा है। बीएसपी से सियासत की शुरुआत करने वाले दारा सिंह चौहान सियासत के इतने बड़े मौसम वैज्ञानिक हैं कि प्रदेश की कोई भी प्रमुख पार्टी उनसे अछूती नहीं रही। वह कांग्रेस में भी रहे, सपा में रहे, बीजेपी में भी रहे। 1996 में बसपा ने राज्यसभा पहुंचाया। 2000 में वह सपा में चले गए और उसने भी उन्हें राज्यसभा भेजा। 2007 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वह फिर बसपा में शामिल हो गए। दो साल बाद 2009 में बीएसपी के टिकट पर घोसी लोकसभा सीट से सांसद बनें। 2014 में बीजेपी केंद्र की सत्ता में आई तो वो उसके साथ हो लिए। 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर जीता और 2022 आते-आते फिर पलटी मार ली और सपा का दामन थाम लिया। सपा के टिकट पर फिर विधानसभा पहुंचे लेकिन सालभर के भीतर फिर पाला बदल बीजेपी के साथ हो गए।
किसको कितने वोट मिले
सुधाकर सिंह समाजवादी पार्टी 124427
दारा सिंह चौहान भाजाप 81668
सनाउल्लाह पीस पार्टी 2570
अफरोज जन अधिकार पार्टी 2100
नोटा 1725
विनय निर्दल 1406
प्रवीन प्रताप सिंह निर्दल 1223
रमेश पांडेय निर्दल 839
मुन्ना लाल चौहान जनता क्रांति पार्टी 606
सुनील चौहान जन राज्य पार्टी 541
राजकुमार सिंह आम जनता पार्टी 466