लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर पर सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि रोक के बावजूद लाउडस्पीकर लगाना बर्दाश्त नहीं है। सीएम योगी ने अधिकारियों से कहा कि अभियान चलाकर धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकरों की ध्वनि पूर्व की भांति मानक के अनुरुप नियंत्रित कराई जाए।
उत्तर प्रदेश में सकुशल सम्पन्न हुए नगरीय निकाय चुनाव और पर्व त्योहारों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में गृह विभाग की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों तथा जिला, रेंज, जोन व मंडल स्तर पर तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जनहित के मुद्दों को प्राथमिकता देने की बात कही थी जिसके बाद लोगों ने स्वेच्छा से लाउडस्पीकर हटा दिए। इस कदम की पूरे देश में सराहना हुई थी।
सीएम योगी ने कहा कि कई जिलों का दौरा करने के दौरान उन्होंने अनुभव किया है कि कुछ जिलों में दोबारा लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं जो स्वीकार्य नही हैं। उन्होंने कहा कि मांगलिक कार्यक्रम से पहले डीजे व म्यूजिक सिस्टम संचालकों से संवाद कायम करें। किसी को भी अव्यवस्था फैलाने की छूट नहीं मिलनी चाहिए।
नशेड़ी पुलिसकर्मियों की सेवा समाप्त करें
सीएम ने कहा कि अवैध शराब का निर्माण, क्रय, विक्रय पूरी तरह से रोकें। इसके लिए पुख्ता सूचना जुटाकर अवैध शराब के ठिकानों पर छापे मारें। नशे के आदी पुलिसकर्मियों को फील्ड की जिम्मेदारी कतई न दी जाए। ऐसे लोगों को चिह्नित कर इनकी सेवाएं समाप्त की जानी चाहिए। जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संवाद बनाकर उनके सुझावों पर ध्यान दें। ध्वनि प्रदूषण रोकें। हर जिले की बड़ी नगर पालिका और नगर पंचायतों सेफ और स्मार्ट सिटी से जुड़ेगी
सीएम ने कहा कि प्रदेश के सभी 17 नगर निगमों और गौतमबुद्ध नगर को स्मार्ट और सेफ सिटी बनाना है। सीसीटीवी कैमरों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाए। हर जिले के मुख्यालय के पास पहली बड़ी नगर पालिका और नगर पंचायतों को भी सेफ और स्मार्ट सिटी के अभियान से जोड़ें। 15 जून तक बाढ़ प्रबंधन तैयारियां को पूरा कर लें। गर्मी के चलते बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करें। कहीं भी पेयजल का संकट न हो।