बहराइच। बरेली से बहराइच लौटते समय गोला डिपो के रोडवेज बस कंडक्टर ने एक जनजातीय यात्री को डरा धमका कर उसका मोबाइल छीन लिया। पीड़ित यात्री ने बिछिया पहुंचकर पुलिस से मदद मांगी। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मोबाइल दिलाया। स्थानीय लोगों ने गोला डिपो के अधियाकिरियों से शिकायत भी की है।
थाना सुजौली क्षेत्र अंतर्गत बिछिया गांव का है। जहां गोला डिपो की बिछिया-हरिद्वार रोडवेज बस UP 30 T 8085 से घर आ रहे रमपुरवा के हरैय्या गांव के रहने वाले जनजातीय युवक सोनू पुत्र ठग्गुराम से कंडक्टर ने डरा धमका कर जबरन मोबाइल छीन लिया। पीड़ित यात्री सुबह 5 बजे जब बिछिया बाजार में पहुंचा तो उसने स्थानीय लोगों से आपबीती बताते हुए मदद की गुहार लगाई। पीड़ित यात्री ने बताया कि वह बरेली से बिछिया के लिए सफर कर रहा था। इस बीच बस पर बैठते ही उसने बस कंडक्टर से कई बार टिकट काटने को कहा लेकिन कंडक्टर लापरवाही करता रहा। इस दौरान रास्ते में चेकिंग टीम ने रोडवेज को चेक किया जिसमें कंडक्टर की लापरवाही पाई गई। जिसको लेकर टीम ने कंडक्टर पर विभागीय कार्रवाई भी की। यात्री ने बताया कि चेकिंग टीम के सामने उसने कंडक्टर को 5 सौ रुपए देकर टिकट कटवाया था लेकिन उसे टिकट और बाकी बचे पैसे नहीं लौटाए गए।
इस दौरान गोला डिपो से होकर बस जब बिछिया के लिए रवाना हुई तो कंडक्टर ने उससे पेनाल्टी के नाम पर 3 हजार रुपए की मांग की। लेकिन यात्री के मना करने पर कंडक्टर ने उसे डराया धमकाया और उसका एंड्रॉयड मोबाइल जबरन छीन कर अपने पास रख लिया। स्थानीय लोगों ने कंडक्टर से बातचीत की तो कंडक्टर अपनी जिद पर अड़ा रहा।
इस दौरान डायल 112 की टीम से बिछिया रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे हेड कांस्टेबल कमलेश व संतोष यादव ने कंडक्टर से यात्री को उसका मोबाइल वापस दिलाया। कंडक्टर ने अपना नाम राजकुमार बताया है। वहीं पीड़ित यात्री और स्थानीय ग्रामीणों ने रोडवेज के गोला डिपो पर उच्चाधिकारियों को फोन कर कंडक्टर के द्वारा की गई इस हरकत की शिकायत की है।