मथुरा। यूपी के मथुरा में एक युवक को बुर्का पहनना भारी पड़ गया। युवक बुर्के में अपनी प्रेमिका के साथ फरार होना चाहता था लेकिन उसकी उसकी चाल-ढाल देखकर पुलिस ने उसका पीछा किया। चेकिंग के दौरान जीआरपी के वरिष्ठ उप निरीक्षक ने उसे पकड़ लिया। जीआरपी ने पूछताछ के बाद युवक को परिजनों के हवाले कर दिया।
जीआरपी थाने के वरिष्ठ उप निरीक्षक कुलवीर सिंह जंक्शन की थर्ड एंट्री पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उनहें मुख्य गेट से एक बुर्काधारी हाथ में बड़ा बैग लेकर सीढ़ियों की तरफ तेजी के साथ जाता दिखाई दिया। एसएसआई को बुर्काधारी की चाल ढाल पर शक हुआ और उन्होंने ड्यूटी पर तैनात महिला सिपाही रेखा राजौरिया को उसके पीछे भेजा। महिला सिपाही ने बुर्काधारी से चेहरा खोलने को कहा तो उसने महिला की आवाज में चेहरा दिखाने से इनकार कर दिया। इस पर महिला सिपाही का शक गहरा गया।
उन्होंने एसएसआई को मदद के लिए बुलाया। एसएसआई ने उसके चेहरे से नकाब हटाया तो सभी दंग रह गए। नकाब के पीछे महिला के स्थान पर युवक निकला। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और थाने लेकर पहुंचे। थाने पहुंचने पर युवक ने अपना नाम आदित्य सर्राफ पुत्र विनोद सर्राफ निवासी ग्राम व थाना कोतमा, जिला अन्नुपुर मध्य प्रदेश बताया।
आदित्य ने बताया कि वह कई दिन पूर्व अपने साथियों के साथ मथुरा आया था। उसने अपनी प्रेमिका को भी मथुरा बुला लिया था। यहां से उसे प्रेमिका के साथ कहीं जाना था। जंक्शन पर दोस्त उसे पहचान न लें इसलिए उसने मथुरा के बाजार से बुर्का खरीदा और उसे पहन कर जंक्शन पहुंच गया। जबकि प्रेमिका को उसने पहले ही ट्रेन में सवार होने के लिए भेज दिया था।
सूचना पर शुक्रवार की देर रात आदित्य के परिजन जीआरपी थाने पहुंच गए। परिजनों ने बताया कि आदित्य कई दिन से लापता था। उसकी गुमशुदगी अन्नुपुर के कोतमा थाने में दर्ज है। जीआरपी थाना प्रभारी निरीक्षक विकास सक्सेना ने बताया कि बुर्काधारी आदित्य चकमा देकर अपनी प्रेमिका के साथ कहीं जाना चाहता था। उसे चेतावनी देते हुए परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
प्रेमिका का नहीं चल सका पता
आदित्य ने जिस प्रेमिका को पाने के लिए बुर्के का सहारा लिया वो भी उसे मिली नहीं। पुलिस आदित्य को पकड़ कर थाने ले गई और प्रेमिका ट्रेन में सवार होकर चली गई। आदित्य से जानकारी हासिल करने के बाद जीआरपी की टीम काफी देर तक उसकी प्रेमिका को जंक्शन के विभिन्न प्लेटफार्मों पर तलाश करती रही।