कानपुर। यूपी के कानपुर में पनकी स्थित मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल में मंगलवार को बीफार्मा छात्र ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ शव फंदे से उतारा। जांच के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
सीतापुर के ब्रह्मावली निवासी रवि प्रकाश त्रिवेदी किसान हैं। उनका बड़ा बेटा नवनीत लखनऊ के कॉलेज से बीटेक कर चुका है। छोटा बेटा विनीत त्रिवेदी (20) पनकी के एक कॉलेज में बीफार्मा सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा था। विनीत रविवार को छुट्टी के बाद हॉस्टल लौटा था। मंगलवार को वह कमरे से नहीं निकला। दोस्तों ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस पर वार्डन को सूचना दी गई।
वार्डन की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो विनीत का शव कमरे की खिड़की से चादर के सहारे फंदे पर लटका मिला। फोरेंसिक टीम ने पड़ताल के बाद छात्र का मोबाइल कब्जे में लिया है।
घर से निकलने के आठ दिन बाद पहुंचा हॉस्टल
रवि प्रकाश ने बताया कि विनीत 27 जनवरी को घर से कॉलेज जाने की बात कहकर निकला था लेकिन रविवार यानी पांच फरवरी को हॉस्टल पहुंचा। आठ दिनों तक वह कहां रहा, इसकी जानकारी परिजनों को नहीं है। हालांकि कुछ दोस्तों ने मृतक के लखनऊ में रहने की बात कही है। कॉलेज के दोस्तों की मानें तो विनीत क्रिकेट गेमिंग एप खेलने का शौकीन था। वह ऑनलाइन एप में पैसा भी लगाता था।
सोमवार रात हुई थी मां से बात
सोमवार रात मां सुमन से छात्र विनीत ने मोबाइल पर बात की थी। इस दौरान उसने मां से खाना समय से खाने को लेकर पूछा था। मां से हुई आखिरी बातचीत में विनीत ने किसी तनाव का जिक्र नहीं किया था। अगले दिन यानी मंगलवार को दोपहर तक विनीत को तीन बार फोन किया लेकिन उसका फोन रिसीव नहीं हुआ। दोपहर एक बजे कॉलेज प्रशासन की ओर से विनीत के सुसाइड करने की बात परिजनों को बताई गई।
एसीपी निशांक शर्मा ने बताया कि ऑनलाइन गेम खेलने की चर्चा वार्डन और कुछ छात्रों ने की है। मोबाइल जांच होने के बाद ही इसकी पुष्टि होगी। मोबाइल की फोरेंसिक जांच के बाद ही किसी परिणाम तक पहुंचा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।