लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर विरोध की राजनीति गरमाने लगी है। मुद्दे को लेकर राजधानी लखनऊ में सपा मुखिया अखिलेश यादव को हिंदू संगठनों ने काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ नारेबाजी की। अब सपा प्रमुख अखिलेश यादव के खुद को शुद्र बताने पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने निशाना साधा है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा कि खुद को शूद्र बता अखिलेश यादव पिछड़ों दलितों की सहानुभूति लेना चाहते हैं लेकिन वह अपने मक़सद में कभी सफल नहीं होंगे, भाजपा की डबल इंजन सरकार सबका साथ, विकास, विश्वास की नीति पर चलकर गरीबों का उत्थान किया है, सपा सरकारों की तरह शोषण, गुंडागर्दी, दंगाइयों मदद व भ्रष्टाचार नहीं किया!
केशव ने कहा कि सपा सरकारों के कार्यकाल का काला इतिहास यूपी की जनता जानती है। आज भी गुंडों अपराधियों, दंगाइयों के शिवा सपा के पास कुछ नहीं बचा है,भाजपा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश प्रदेश के गरीबों, पिछड़ों दलितों का भविष्य है। वोट बैंक की जगह चोट बैंक तैयार है।
गौरतलब है कि शनिवार को पितांबरा देवी महायज्ञ में शामिल होने पहुंचे अखिलेश यादव को विरोध का सामना करना पड़ा था। उनको काले झंडे दिखाए गए थे। इसी दौरान अखिलेश ने कहा कि भाजपा के लोग पिछड़ों और दलितों को शूद्र मानते हैं। उन्हें भी शूद्र होने के कारण पितांबरा मंदिर में जाने से रोकने की कोशिश की जा रही है।