मिहींपुरवा। तहसील क्षेत्र अंतर्गत कतर्नियाघाट रेंज के आबादी में जंगली हाथियों के उत्पात व हमलों के लेकर वन क्षेत्राधिकारी ने ग्राम प्रधानों व क्षेत्रीय नागरिकों ने रेंज कार्यलय परिसर में बुधवार की शाम को एक बैठक रखी।
वन क्षेत्राधिकारी वीके मिश्रा ने ग्राम प्रधानों क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों से गांवों में हाथियों के उत्पात पर लगाम कसने व उन पर रोकथाम को लेकर वन विभाग का सहयोग करने की अपील की। रेंजर ने कहा कि ग्राम प्रधान अपने गांवों में गजमित्रों व वन कर्मियों के साथ नियमित रूप से ग्रामीणों संग बैठक कर उन्हें हाथियों के बारे में जागरुक करें व हाथियों से बचाव के तरीके सीखें। रेंजर ने कहा कि खेतों में हाथियों के घुसने पर ग्रामीण उसे हांका लगाकर भगाने के प्रयास न करें बल्कि बताए गए तरीकों का पालन कर सतर्कता के साथ उन्हें भगाने का प्रयास करें ताकि हाथी उग्र न हो सकें।
रेंजर ने कहा कि इन दिनों क्षेत्र के अलग अलग गन्ना सेंटरों से ट्रकों पर ओवरलोड होकर गन्ना चीनी मिल के लिए जाते हैं जिससे जंगल के रास्तों में गन्ना गिरते हैं जिन्हें खाने की वजह से हाथी आबादी की ओर आते हैं। जिसको लेकर रात को गन्ने का ट्रक जंगल के रास्तों पर निकलने कर लिए प्रतिबंध रहेगा वहीं ओवरलोड पर भी लगाम कसा जाएगा।
ग्राम प्रधानों ने रखी बात
ग्राम प्रधान बड़खडिया जयप्रकाश ने वर्षों से जर्जर घोसियाना कुरकुरी कुआं खड़ंजा मार्ग के मरम्मत की मंजूरी वन विभाग से मांगी। ताकि लोग जंगल के कई अन्य शार्टकट रास्तों का उपयोग न करें। ग्राम प्रधान आम्बा इकरार अंसारी ने बिछिया से आम्बा व बिछिया से सुजौली मार्ग पर सड़क किनारे फैली झाड़ियों को साफ कराने तथा वन गांव से जुड़े सम्पर्क मार्गों के मरम्मत कराने की मंजूरी मांगी है। बैठक में मौजूद पूर्व ग्राम प्रधान चहलवा जाहिद खान ने हाथी प्रभावित गांवों में डीसी करंट तार से फेंसिंग व सोलरलाइट लगाने तथा वन कर्मियों के द्वारा गश्त बढ़ाए जाने की मांग की है।
प्रधान ने कहा कि जब हमारे क्षेत्र व गांव घर के लोग बाहर जाते हैं तो हमसे हमारे निवास स्थान के बारे में पूछे जाने पर हम गर्व से कतर्नियाघाट का नाम लेते हैं। कतर्नियाघाट हमारी पहचान है हमारा घर है हमारे पूर्वजों का निवास स्थान है कई पीढियां गुजारा कर चुकी हैं लेकिन जब हमारे क्षेत्र की गरीब जनता जब कतर्नियाघाट घूमने के लिए आती हैं तो उन्हें भी नही बख्शा जाता है। उनसे भी मंहगा किराया वसूल किया जाता है। प्रधान ने कहा कि क्या लोग अपने घर आंगन में घूमने का किराया देंगे ये तो अंग्रेजों जैसी गुलामी है।
सुरक्षा के रहेंगे इंतज़ाम
रेंजर कतर्नियाघाट वीके मिश्रा ने बताया कि उन्होंने उच्चाधिकारियों से ग्राम आम्बा व चहलवा तथा अन्य कई गांवों में भवानीपुर गांव की तरह वन्य जीवों से बचाव के लिए बेरिकेडिंग कराने के लिए प्रस्ताव भेजकर बजट की मांग की है। वहीं जमुनिहा गांव से लेकर निशानगाड़ा रेंज की सीमा तक गांव के किनारे खाईं खोदवाने की बात कही है।
इस मौके पर वन दरोगा मयंक पांडे, पवन शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य डॉ0 वीर बहादुर, पूर्व प्रधान चहलवा जाहिद खान, न्यूज़ के फील्ड असिस्टेंट राजा हशन, फील्ड सहायक मंसूर अली, हीरालाल यादव, अन्नू शुक्ला, पप्पू तिवारी, डेविड सिंह आदि मौजूद रहे।