लखनऊ। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा कल यानी मंगलवार को यूपी में प्रवेश करेगी। यात्रा में शामिल होने के लिए सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती को भी न्योता भेजा गया है। दोनों की तरफ से राहुल गांधी को यात्रा के लिए बधाई और शुभकामनाएं देने के साथ ही न्योता के लिए आभार जताया गया है।
अखिलेश यादव ने पत्र जारी कर कहा, ‘प्रिय राहुल जी, भारत जोड़ो यात्रा में आमंत्रण के लिए धन्यवाद और भारत जोड़ो की मुहिम की सफलता के लिए हार्दिक शुभकामनाएं। अखिलेश ने पत्र के जरिये कहा कि भारत भौगोलिक विस्तार से अधिक एक भाव है, जिसमें प्रेम, अहिंसा, करुणा, सहयोग और सौहार्द ही वो सकारात्मक तत्व हैं, जो भारत को जोड़ते हैं। आशा है ये यात्रा हमारे देश की इसी समावेशी संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से अपने लक्ष्य को प्राप्त करेगी।’
वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर कांग्रेस को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा “भारत जोड़ो यात्रा” के लिए शुभकामनाएं। वहीं मायावती ने यात्रा में शामिल होने के लिए धन्यवाद भी बोला। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि राहुल गांधी, इस यात्रा में शामिल होने की लिखी गई चिट्ठी के लिए उनका धन्यवाद।
हालांकि अखिलेश यादव और मायावती दोनों इस यात्रा में शामिल होंगे या नहीं, इस पर संशय बना हुआ है। दोनों नेताओं ने राहुल गांधी को शुभकामनाएं तो दी हैं लेकिन, यात्रा में शामिल होने की बात नहीं कही है। दोनों दल इस बात से अच्छी तरह वाकिफ हैं कि यूपी में कांग्रेस का संगठन उनके मुकाबले बेहद कमजोर है। ऐसे में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके उन्हें कोई सियासी लाभ नहीं मिल सकता। जबकि दूरी बनाए रखने से भविष्य की स्थिति पर नजर रखते हुए कोई फैसला करना बेहतर होगा।
बता दें राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा, वर्तमान में शीतकालीन अवकाश पर है और तीन जनवरी को फिर से शुरू होगी। राहुल की यह यात्रा सात सितंबर को तमिलनाडु के कन्याकुमारी में शुरू हुई थी। अब तक 10 राज्यों के माध्यम से 2,800 किमी से अधिक दूरी तय कर चुकी है। इसी महीने कश्मीर के श्रीनगर में वह समाप्त होगी। यात्रा में शामिल होने के लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव और राष्ट्रीय लोकदल अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ-साथ बसपा सुप्रीमो मायावती को न्योता मिला था। सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर और पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा समेत विभिन्न पार्टियों के नेताओं को भी ये न्योता भेजा गया था।