आगरा। यूपी के आगरा में तोते से जुड़ा एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। विदेशी तोते को पिंजरे में लेकर दो हाई प्रोफाइल परिवार के लोग थाने पहुंच गए। कई घंटे चलते विवाद का निपटारा करने में पुलिस भी असहज महसूस हो रही थी, तो तोते ने खुद ही मामले को सुलझा दिया।
कमला नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार को विदेशी तोता पालने का शौक था। उसने पास ही के रहने वाले अपने परिचित दूसरे पक्ष को तीन साल पहले कम पैसों में एक विदेशी तोता बेच दिया था। तीन साल बाद बाद वह उस तोते को घर पर लेने पहुंच गया। हालांकि तीन साल तक अपने साथ रखने के बाद उस परिवार के लोगों को तोते से इतना गहरा लगावा हो गया कि देने से इनकार कर दिया। मामला घर की पंचायत में नहीं सुलझा तो दोनों परिवार थाने पहुंच गए।
अब पुलिस भी इस उलझन में पड़ गई कि तोते का असली मालिक कौन है? तोता पालने वाले को दिया जाए या मुफ्त में देने वाले को दिया जाए। पुलिस भी यह फैसला नहीं कर पाई। इसके बाद थानाध्यक्ष विपिन कुमार गौतम ने ये फैसला तोते पर ही छोड़ दिया। दोनों पक्षों से कहा गया कि तोता जिस ओर जाएगा और जिसे पहचानेगा, तोता उसी को दिया जाएगा। इसके बाद एक मेज पर तोते को छोड़ा गया। दोनों पक्षों को सामने खड़ा किया गया।
तोते के पिंजड़े से बाहर आते ही दोनों पक्षों धड़कन बढ़ने लगीं और तोता आगे बढ़ते हुए उस पक्ष की ओर चला गया जो उसे तीन साल से पाल रहा था। तोता अपनी भाषा में मालकिन को मम्मी और मालिक को पापा बोलने लगा। इसके बाद पुलिस ने तोते को पालने वाले पक्ष के सुपुर्द कर दिया।
60 हजार के लालच ने कराया विवाद
पुलिस ने पूछताछ में तोता देने वाले व्यक्ति ने बताया कि उसे किसी मिलने वाले ने कहा था कि उस विदेशी तोते को हमें दे दीजिए। हम उसके 60 हजार रुपए दे देंगे। इससे उसके मन में लालच आ गया था और वह तोता वापस मांगने आया था।