मिहींपुरवा। तहसील क्षेत्र अंतर्गत बलहा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत चन्दनपुर और भिनगापुरवा में बुधवार को प्रशासन द्वारा बाढ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी गई। लेखपाल व ग्राम प्रधान द्वारा बाढ़ पीड़ितों की सूची भी तैयार की गई थी। बाढ़ राहत किट पाने के लिए मौके पर भारी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी जुटी थी लेकिन कुछ ग्रामीणों को राहत कीट मिली और कुछ को खाली हाथ वापस जाना पड़ा।
ग्रामीणों का आरोप है की ग्राम प्रधान के पक्षपातपूर्ण रवैया के कारण वास्तविक बाढ़ पीड़ितों को राहत किट नही मिली जबकि प्रधान के समर्थकों को राहत किट दे दी गई है। पिछले दिनों आई भीषण बाढ़ से बड़े पैमाने पर प्रभावित मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवो में प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ितों में प्रशासन के द्वारा लगातार राशन वितरण किया जा रहा है। राहत वितरण के क्रम में ही बुधवार को नायब तहसीलदार अर्सलान रसीद की मौजूदगी में चन्दनपुर के भिनगापुरवा में प्रशासन के द्वारा राशन वितरण का कार्य किया जा रहा था।
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि इस आपदा की घड़ी में भी ग्राम प्रधान और लेखपाल की मिलीभगत से लोगों को चुन चुन कर राशन दिया जा रहा है। वाकई जो लोग बाढ़ से पीड़ित हैं जिनके घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। ऐसे लोगों को सरकार के द्वारा कोई सुविधा नहीं दिया जा रहा है।
चन्दनपुर व भिनगापुरवा के कृष्ण कुमार, मदन, रामसहाय, बहादुर कैलाश, सुरसता, मीना, राजपत सहित दर्जनों ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर बाढ़ राहत किट वितरण में पक्षपात का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लेखपाल द्वारा स्वयं जांच न कर प्रधान को ही पीड़ितों की सूची तैयार कीजिए जाने की जिम्मेदारी दे दिए जाने से प्रधान द्वारा पक्षपात किया गया है। ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों का गांव चारों तरफ से बाढ़ से ग्रसित था इसके बावजूद जरूरत लोगों को बाढ़ राहत सामग्री नही मिला।