रुपईडीहा। भारत नेपाल सीमावर्ती इलाकों में प्रायोजित तरीकों से सनातन धर्मियों के धर्मांतरण तरीकों पर आपत्ति जताते हुए रविवार को राष्ट्रवादी संगठन से जुड़े हुए लोगों ने बैठक आहूत कर पिछले सप्ताह कतिपय धर्मांतरित लोगों को बैदिक विधिविधान से पुनः सनातन धर्म मे दिक्षित किया गया।
मालवीय मिशन अध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सीमावर्ती थाना रुपईडीहा के भवानियपुर टिकुरी गांव के दो दलित परिवारों को पिछले सप्ताह सीमा पर धर्मांतरण के लिए कुख्यात बौद्ध संगठन की ओर से धर्मांतरित किया गया था। जिसके बाद रविवार को भवनियापुर गांव में राष्ट्रवादी संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने पूर्व धर्मांतरित दोनों परिवारों के एक दर्जन से अधिक दलित बन्धुवों को वैदिक विधिविधान से मंत्रों उच्चारण के साथ भगवान शंकर के शिव लिंग की स्थापना करवा कर पूजन अर्चन के साथ रुद्राभिषेक कार्यक्रम कराया गया। पूर्व में धर्मान्तरित दोनों परिवारिक जनो को तुलसीमाला अर्पित कर उन्हें गंगाजल का पान करवा कर सनातन धर्म मे दिक्षित करवाया गया।
उन्होंने बताया कि दोनों परिवार के मुखिया ने स्वीकार किया कि उन्हें सनातन धर्म के बारे में गलत जानकारी देकर अफवाह फैलाकर व प्रलोभन देकर बौद्ध धर्म से जुड़े लोगों ने उन्हें गुमराह कर धर्मान्तरित करवाया था लेकिन अब उन्हें सनातन धर्म की महत्ता व हिन्दू संस्कृति की सत्यता का आभास हो गया है। इसी इसीलिए उन लोगों ने बिना किसी भय व दबाव के पुनः सनातन धर्म को अपनाया है।
समापन अवसर पर महामना मालवीय मिशन के तत्वाधान में पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का व नशा उनमुलन का सामूहिक संकल्प लिया गया। एकल विद्यालय के पदाधिकारियों ने सस्वर हनुमान चालीसा का पाठ कर सनातन समाज के समृद्धि के लिए सामूहिक प्रर्थना किया।
इस दौरान समाज सेवी राजेन्द्र कुमार सिंह, शिवपूजन सिंह, माँ राजेश्वरी चैरिटी ट्रस्ट के संचालक राज त्रिपाठी, समाजसेवी चंद्र प्रकाश मिश्र, विवेक शुक्ल, संघ विचारक वृजनरेश श्रीवास्तव, डा. उमाकांत तिवारी, महेश वर्मा, लवकुश, जगदीश गौतम, पीयूष अभिजीत सिंह, अजय सिंह व वृजेश शर्मा सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे। समस्त धार्मिक अनुष्ठान समाजसेवी पण्डित दयाशंकर शुक्ल ने वैदिक विधिविधान से सम्पन्न करवाया। कार्यकम की अध्यक्षता प्रवक्ता काशीराम कौलिक ने किया।