मिहींपुरवा। प्रदेश सरकार ने बहराइच की मिहींपुरवा ग्राम पंचायत को नगर पंचायत का दर्जा दे दिया है। यहां करीब 25 हजार की आबादी को अब शहरी सुविधाएं मिल सकेंगी।
बलहा विधानसभा के एकलौते कस्बा मिहींपुरवा को साल 2004 के लोकसभा चुनाव से नगर पंचायत बनाने की मांग उठ रही थी। वर्ष 2017 से मिहींपुरवा को नगर पंचायत बनाने की मांग ने जोर पकड़ लिया। जिस पर गुरुवार को योगी कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। जिला मुख्यालय से लगभग 65 किलोमीटर दूर बहराइच- लखीमपुर हाईवे से लगा मिहींपुरवा तहसील मुख्यालय है। यह नेपाल की सीमा से लगा सबसे महत्वपूर्ण कस्बा है, जो लखीमपुर जिले से भी जुड़ता है। यहाँ कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग है।
कतर्नियाघाट आने वाले पर्यटकों को मिहींपुरवा बाजार से ही अपना पूरा सामान खरीदना पड़ता है। नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद अब यहां शहरी सुविधाएं बढ़ेगी। इससे जहां यहां रहने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। यहां वन डिपो के अलावा चार इंटर कॉलेज व एक डिग्री कॉलेज भी संचालित है।
इलाके किए गए शामिल
नगर पंचायत मिहींपुरवा में ग्राम मिहींपुरवा का संपूर्ण क्षेत्र, ग्राम मोतीपुर का आंशिक क्षेत्र (मोतीपुर, तुलसीरामपुरवा, सिंचाई कालोनी), ग्राम परवानीगौढ़ी का आंशिक क्षेत्र (मिहींपुरवा पूर्वी भाग, नया पुरवा, कालोनी, ब्लाक के आसपास, सुक्खापुरवा, तमोलिन पुरवा आंशिक) तथा ग्राम कुड़वा का आंशिक क्षेत्र (टीचर्स कालोनी, गुलालपुरवा, चमारनपुरवा, पाण्डेयपुरवा, टेपरा, बोटनपुरवा, तमोलिन पुरवा आंशिक) शामिल किया गया हैं। नगर पंचायत गठन की अंतिम अधिसूचना जारी होने के बाद किसी तरह के संशोधन के लिए नगर विकास मंत्री को अधिकृत किया गया है।