लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बच्चा चोरी की अफवाहों के कारण लोग किसी भी अनजान शख्स पर हमलावर हो रहे हैं। पिछले 15 दिनों में अलग-अलग जिलों में बच्चा चोरी की घटना को लेकर लोगों के साथ मारपीट की घटनाओं को देखते हुए यूपी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनएसए लगाने का फैसला किया है।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों पुलिस कप्तानों समेत अन्य जिम्मेदार अधिकारियों को बच्चा चोरी से संबंधित शिकायतों पर संवेदनशीलता से कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने बच्चा चोरी की अफवाह को भी हल्के में न लेने की हिदायत देते हुए कहा है कि अफवाह या वास्तविक, ऐसी सभी सूचनाओं को गंभीरता से लिया जाए। वहीं, अफवाह फैलाने वालें लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाने की कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि प्रदेश में ऐसा कोई गैंग या कोई सुनियोजित ढंग से बच्चा चोरी करने की बात नहीं आई है। बच्चा चोरी की अफवाह फैलाई जा रही है। ऐसे सभी प्रकरण में सत्यता को अफसर मौके पर जाकर परखें, सिर्फ मोबाइल से हालात नहीं लें। मौके पर अफसर जाएं और जो सत्यता हो उसके अनुसार कार्रवाई करें। जो सोशल मीडिया से अफवाह फैला रहे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
जागरूकता के लिए गोष्ठी होगी
बच्चा चोरी की अफवाहों को रोकने के लिए जिला स्तर पर डीएम तथा अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ समन्वय गोष्ठी करने के निर्देश भी दिए गए हैं। डीजीपी मुख्यालय ने सभी गांवों व मोहल्लों में पीस कमेटी के सदस्यों, सिविल डिफेंस के पदाधिकारियों, ग्राम प्रधानों, सभासदों तथा अन्य सम्मानित लोगों के साथ स्थानीय निवासियों की गोष्ठी करके बच्चा चोर की अफवाहों पर विश्वास न करने और कानून अपने हाथ में न लेने के बारे में जागरूक करने पर जोर दिया है। साथ ही सभी पीआरवी वाहनों एवं गश्त मोबाइलों को इस दिशा में और अधिक क्रियाशील बनाने का निर्देश दिया है।
15 दिनों में बच्चा चोरी की अफवाह में 50 घटनाएं
पिछले 15 दिनों के भीतर राज्य में बच्चा चोरी की अफवाह की 50 घटनाएं सामने आ चुकी है। ब्रज में दो दिन के अंदर चार घटनाएं हो चुकी हैं। आगरा में विक्षिप्त महिला से लोगों ने बच्चा चोरी के शक में मारपीट कर दी जिन्हें किसी तरह पुलिस ने बचाया। इसके अलावा वाराणसी में पिछले दस दिनों में बच्चा चोर समझ पीटने की पांच घटनाएं हो चुकी है जिसकी जद में साधु और सामान्य लोग भी आए हैं।