कानपुर। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के तीन पुलिस कर्मियों पर 24 घंटे के भीतर गाज गिरी है। प्रधानमंत्री और आईएएस अफसर के खिलाफ अभद्र ट्वीट करने वाले सिपाही को निलंबित और जांच में झोल करने वाले दरोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया। जबकि पब्लिक के बीच नशेबाजी करके उत्पात मचाने वाले गोविंद नगर थाने के सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। तीनों मामले की विभागीय जांच भी की जा रही है।
कानपुर क्राइम ब्रांच में तैनात सिपाही अजय गुप्ता ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री और एक महिला आईएएस पर अभद्र टिप्पणी की। अजय गुप्ता ने कमिश्नरी की मेडल सूची को लेकर कमिश्नरी के अफसरों से लेकर डीजीपी तक पर सवाल उठाए। उस पर कमिश्नरी पुलिस की तरफ से उसका जवाब भी दिया गया। इस बीच उसके कुछ पुराने ट्वीट भी सामने आए। एक रिप्लाई में उसने पीएम और एक महिला आईएएस पर अभद्र टिप्पणी की। इसी तरह के कई और भी ट्वीट उसके एकाउंट से किए गए थे।
शिकायत के बाद ज्वाइंट सीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने जांच बैठाई तो सभी आरोप सही पाए गए। जांच शुरू होते ही सिपाही ने सभी ट्वीट डिलीट भी कर दिए लेकिन शिकायतकर्ता ने सभी ट्वीट का स्क्रीनशॉट लेकर सुरक्षित कर लिया था। इससे जांच में सिपाही फंस गया।
डीसीपी क्राइम ने बुधवार को सिपाही अजय को पहले लाइन हाजिर किया। गुरुवार को एडिशनल सीपी मुख्यालय आनंद कुलकर्णी ने उसे निलंबित कर दिया। उसके खिलाफ सेक्शन-7 के तहत विभागीय जांच शुरू हुई है। इसमें अधिकतम दंडात्मक कार्रवाई बर्खास्तगी तक है। ऐसे में अगर जांच में पूरी तरह से दोष सिद्ध हो गया, तो सिपाही बर्खास्त भी हो सकता है।
नशेबाजी में उत्पात मचाने वाला सिपाही सस्पेंड
कोतवाली थाना क्षेत्र के जैन मैनसन अपार्टमेंट में बुधवार को पुलिस की वर्दी में एक युवक छठवीं मंजिल तक चढ़ गया। अपार्टमेंट के लोगों में चोर आने की अफवाह से हड़कंप मच गया। नशे में धुत पुलिस कर्मी कुछ देर में गाली-गलौज करने लगा। इतना ही नहीं विरोध करने वालों पर मारपीट को भी उतारू हो गया। वहां मौजूद लोगों ने सिपाही का वीडियो बनाकर कानपुर पुलिस कमिश्नर से शिकायत कर दी।
मामले की जांच में सिपाही की पहचान गोविंद नगर थाने में तैनात सत्यपाल सिंह के रूप में हुई। जांच में सिपाही पर आरोप सही पाए जाने के बाद पुलिस कमिश्ननर बीपी जोगदंड ने सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही सिपाही की जांच गोविंद नगर एसीपी विकास पांडेय को दी गई है।
विवेचना में खेल करने वाला दरोगा लाइन हाजिर
डीसीपी ईस्ट ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सरसैया घाट चौकी प्रभारी सतेंद्र कुमार सिंह हैं। छह महीने पहले रितिका ठाकुर नाम की एक महिला ने धोखाधड़ी की FIR कराई थी।
आरोप है कि छह महीने बाद भी दरोगा मामले की जांच पूरी नहीं कर सके। इसके साथ ही आरोपियों से साठगांठ भी सामने आई है। डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार की रिपोर्ट पर पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने दरोगा को गुरुवार को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही दरोगा की विभागीय जांच भी खोल दी है।