श्रावस्ती। यूपी के श्रावस्ती जिले के सिरसिया थाना क्षेत्र में एक बालक की मौत पर परिजनों ने जमकर हंगामा काटा। एक शिक्षक पर पिटाई का आरोप लगाते हुए परिजनों ने चक्का जाम कर प्रदर्शन किया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों को समझा बुझा कर मामले के शांत किया।
सिरसिया थाना क्षेत्र के बनकटवा निवासी बृजेश कुमार पुत्र नीबर की बुधवार रात बहराइच में इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि उनका पुत्र चैलाही स्थित एक निजी विद्यालय में पढ़ता था। जहां अनुपम पाठक नाम के शिक्षक ने उनके पुत्र की पिटाई की थी। इससे उनका बच्चा बीमार हो गया था। जिसका इलाज बहराइच में चल रहा था और उसकी मौत हो गई है।
मौत की जानकारी मिलते ही गुरुवार की परिजनों ने ग्रामीणों के साथ विद्यालय के सामने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया और सिरसिया भिनगा मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने लगे। सूचना मिलते ही सिरसिया थानाध्यक्ष पंकज कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझा बुझाकर शांत किया।
मृतक के भाई राजेश विश्वकर्मा के मुताबिक ‘मेरे भाई को स्कूल टीचरों ने 250 रुपये महीने की स्कूल फीस के चलते मारा। मैने अपने भाई की ऑनलाइन स्कूल फीस भर दी थी लेकिन टीचरों को इस बात की जानकारी नहीं थी और उन्हें लगा कि इस बच्चे ने स्कूल फीस नहीं भरी है जिसके चलते उसकी खूब पिटाई की गई। उसका हाथ तोड़ दिया। उसे इंटरनल ब्लीडिंग हो रही थे। मेरे भाई की स्कूल वालों ने पीट-पीटकर जान ले ली।
बताया जाता है कि 8 अगस्त को कक्षा तीन के दो बच्चे आपस में विवाद कर रहे थे। इस पर शिक्षक ने बच्चे को चार पांच थप्पड़ मार दिया था। बच्चा दो दिनों तक विद्यालय भी आता रहा। इसके बाद उसे बुखार होने लगा। परिजन उसका इलाज झोलाछाप चिकित्सकों से कराने लगे लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
इसके बाद उसे बहराइच स्थित अजंता अस्पताल ले जाया गया वहां भी उसका इलाज चला। जहां से स्थित गंभीर देख जिला अस्पताल बहराइच में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान बालक की बुधवार रात को मौत हो गई।
वहीं स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बालक को डेंगू की शिकायत थी। समय से उचित इलाज न होने के कारण उसकी मौत हुई है। श्रावस्ती एसपी अरविंद कुमार मौर्य के मुताबिक बच्चे के परिवार वालों की शिकायत के आधार पर शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।