बहराइच। सुजौली थाना क्षेत्र में बीते दो दिन पहले घर के सामने से गायब हुई किशोरी को बाघ नहीं उठा ले गया था, किशोरी को उसके प्रेमी के यहाँ से सुरक्षित बरामद कर लिया गया। मामले में अपहरण का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने प्रेमी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
थाना क्षेत्र के एक गांव की 18 वर्षीय किशोरी शनिवार रात को नौ बजे घर के बाहर हैंडपंप पर पानी पी रही थी, तभी वह लापता हो गई। परिवार के लोगों ने शोर मचाकर बाघ के किशोरी को उठा ले जाने की बात ग्रामीणों से बताई। मामले को लेकर ग्रामीण भी अक्रोशित हो गए थे। मौके पर वन विभाग की इक्सपर्ट टीम ने जांच किया, लेकिन खेत में मिले निशान वन्यजीवों के पंजे के नहीं मिले। बावजूद ग्रामीण अड़े रहे तो वन विभाग की टीम व तीन थानों की फोर्स रविवार को दिन भर उसको तलाशते रहे। बाघ को खोजने व शव को बरामद करने के लिए ड्रोन कैमरा, हाथी व पुलिस जंगल में तलाश करती रही लेकिन बाघ के हमले के तथ्य सामने नहीं आए।
वन विभाग के अधिकारियों पर उदासीनता का आरोप लगाया गया। प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने इलाके का निरीक्षण करने के बाद साफ तौर पर कह दिया था कि कहीं भी बाघ के पगचिह्न नहीं मिले हैं, ऐसी स्थिति में किशोरी को उठा ले जाने की खबर फर्जी है।
पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी ने पुलिस टीमें गठित कर किशोरी की तलाश कराई तो मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा पाया गया। थानाध्यक्ष सुजौली राजेश कुमार सिंह ने बताया कि रविवार देर शाम किशोरी को सकुशल नानपारा के ताजूपुर से बरामद कर उसके प्रेमी व दो अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों की पहचान कोतवाली नानपारा के ताजूपुर निवासी सतीश उर्फ कोयली, सुजौली के बड़खड़िया निवासी रिंकू मौर्य और पिंटू मौर्य के रूप में हुई।
बताया जा रहा है कि पुलिस के खुलासे के बाद वन महकमा बार-बार ग्रामीणों को विरोध के लिए उकसाने में लगे लोगों को चिंहित किया है। डीएफओ ने बताया कि मामले में सुनियोजित तरीके से वनकर्मियों के खिलाफ माहौल बनाने वालों पर कार्रवाई कराई जाएगी।