बहराइच। तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) अन्तर्गत ग्राम ककरहा निवासी दिव्यांग छात्र राजन जायसवाल पुत्र पन्नालाल जायसवाल ने आज डीएम की जनसुनवाई में पहुंचा। वहां पहुंचकर उसने बताया कि वह राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जालंधर (पंजाब) से बीटेक फाईनल ईयर का छात्र है। जिस पर लगभग प्रति वर्ष एक लाख का खर्च आता है। छात्र ने बताया कि तमाम मुश्किलों की वजह से वह यह फीस नहीं जमा कर पा रहा है। जिसके बाद डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने उस छात्र की तुरंत मदद की।
दिव्यांग छात्र ने बताया कि उसका ताल्लुक गरीब परिवार से है, पिता मज़दूर हैं और वर्तमान समय में कैंसर रोग से पीड़ित है। छात्र ने बताया कि अब तक परिवार ने जैसे तैसे उसकी फीस भरी है परन्तु पिता के कैंसर रोग से पीड़ित हो जाने के कारण परिवार में अब इतनी सकत नहीं है कि उसकी फीस जमा कर सकें। दिव्यांग छात्र ने डीएम से फीस जमा कराये जाने में आर्थिक मदद करने का अनुरोध किया।
दिव्यांग छात्र की मार्मिक अपील पर डीएम ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जालंधर (पंजाब) के निदेशक से तत्काल मोबाइल पर वार्ता की। डीएम की अपील पर संस्थान के निदेशक द्वारा आश्वस्त किया गया कि छात्र से न तो ट्यूशन फीस ली जायेगी और न ही हास्टल शुल्क वसूल किया जायेगा बल्कि संस्थान द्वारा छात्र की हर संभव मदद भी प्रदान की जायेगी।
डीएम ने संस्थान के निदेशक से मात्र वार्ता ही नहीं कि साथ ही अर्द्ध शासकीय पत्र भी प्रेषित किया है। दिव्यांग छात्र ने डीएम को बताया कि उसे पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की ओर से छात्रवृत्ति तथा दिव्यांग पेंशन प्राप्त हो रही है। डीएम ने दिव्यांग छात्र को आश्वस्त किया कि उसे पात्रता के अनुसार अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने के साथ-साथ पिता के इलाज में भी हर संभव सहयोग प्रदान किया जायेगा। डीम ने छात्र के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए छात्र की हौसला अफज़ाई करते हुए बिना किसी चिन्ता के अपनी पढ़ाई जारी रखने की सीख दी। इस अवसर पर पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार मौजूद रहे।