कानपुर। यूपी के कानपुर के बेकनगंज में नई सड़क पर शुक्रवार को नमाज के बाद बाजार बंद कराने को लेकर जमकर बवाल हुआ। इस हिंसक घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाराजगी जताई है। अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि इनके खिलाफ गैंगस्टर लगाया जाए, हिंसा में शामिल लोगों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाया जाए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर देर रात बुलाई गई हाई लेवल मीटिंग के बाद यह आदेश दिया है।
शुक्रवार रात सीएम योगी ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश के कानून व्यवस्था समीक्षा की। कानपुर में हुई घटना की पुलिस कमिश्नर से जानकारी लेते हुए दोषियों पर एफआईआर का आदेश दिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अराजकता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, प्रदेश का माहौल बिगाड़ने वालों से सख्ती से निपटें। मुख्यमंत्री ने कहा कि थानावार अराजकतत्वों को चिन्हित किया जाए, इसके साथ ही अनावश्यक बयान देने वालों की भी पहचान कर उनके खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जाए। उन्होंने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
सीएम योगी की बैठक के बाद बेकनगंज थाने में 1040 उपद्रवियों के खिलाफ 2 एफआईआर दर्ज की गईं। बवाल के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी समेत 40 लोगों के नाम दर्ज किए गए हैं। जबकि करीब 1000 बवालियों की पहचान की जानी बाकी है।
क्या हुआ था कानपुर में?
भाजपा नेता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में जोहर फैंस एसोसिएशन और अन्य मुस्लिम संगठनों द्वारा आज बाजार बंद रखने का आह्वान किया गया। शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लड़कों ने यतीमखाना इलाके में स्थित सभी दुकानों को बंद करवाने लगे।जब इन लडको ने हिंदू समुदाय के लोगों दुकानें बंद करवाने की कोशिश की तो उन्होंने दुकान बंद करने से मना कर दिया जिसके बाद माहौल बिगड़ गया। भीड़ में शामिल अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया और तमंचों से फायर भी किए।
बीच सड़क पर उपद्रवियों ने बवाल करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। एक सेंट्रो व एक वैन के अलावा दो पिकअप व कई बाइक तोड़ डाली। दुकानों के साइन बोर्ड तोड़े और कई दुकानों को लूटा भी गया। उन्नाव से कानपुर आए जुगल किशोर कश्यप गाड़ी तोड़ दी गयी। साथ ही पत्थरबाजों ने गाड़ी में रखे 70 हजार के जेवर और बैग भी लूट लिए।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए करीब 12 थानों का फोर्स मौके पर भेजा गया है। पुलिस ने लोगों को नियंत्रित करने के लिए कई राउंड फायर किए। लाठीचार्ज करके लोगों को गलियों में खदेड़ा गया। करीब 5 घंटे तक चले उपद्रव के बाद स्थितियां काबू में आ गईं।
पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने जानकारी दी है कि कानपुर हिंसा में 13 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी और वीडियो फुटेज के जरिए पहचान करने के बाद अब तक 35 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है।
कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने बताया कि कानपुर हिंसा के एक-एक आरोपी को चिह्नित करके उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है। इसके साथ ही उनकी संपत्ति पर बुलडोजर चलेगा। शासन को पूरे मामले की रिपोर्ट भेज दी गई है।