देहरादून। 28 साल बाद अपने पैतृक गांव पंचूर में मंगलवार रात्रि विश्राम करने के बाद बुधवार सुबह यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गांव की सैर से दिन की शुरुआत की। वह गांव में घर के उसी कमरे में रूके, जहां उनका बचपन बीता। योगी परिवार में सबसे छोटे भाई महेंद्र योगी द्वारा स्थापित महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राजकीय महाविद्यालय बिथ्याणी में कार्यरत हैं। महेंद्र के पुत्र अनंत के मुंडन संस्कार के लिए ही योगी आदित्यनाथ अपने गांव आए हुए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तीन दिवसीय दौरे पर आज उत्तराखंड पहुंचे हैं। उप्र में लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ का यह पहला उत्तराखंड दौरा है। मंगलवार को अपने गुरु अवेधनाथ की प्रतिमा अनावरण के सिलसिले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ अपने पैतृक गांव यमकेश्वर के पंचूर पहुंचे थे। यहां तीन बजे से करीब साढ़े पांच बजे तक उन्होंने अनावरण कार्यक्रम और जनसभा में शिरकत की। इसके बाद वह उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत और अन्य लोगों के साथ बिथ्याणी स्थित महाविद्यालय से करीब तीन किमी दूर घर पहुंचे। सीएम धामी और अन्य लोगों ने यहां परिजनों से भेंट की और लौट आए।
पांच साल बाद अपने बेटे योगी आदित्यनाथ से मिलकर उनकी 84 वर्षीय मां सावित्री देवी काफी भावुक हो गईं। इस दौरान योगी ने मां से आर्शीवाद लिया। योगी आदित्यनाथ को अपने बीच में पाकर उनके नाते रिश्तेदार व परिजन गदगद हो उठे। अपने बैरागी पुत्र को देखकर बुजुर्ग मां का चेहरा दमक उठा था। योगी ने मां का हालचाल पूछा और कुछ समय तक उनसे बातचीत की। योगी आदित्यनाथ मंगलवार रात को घर में ही ठहरे।
बुधवार सुबह गांव में उनके पुराने मित्र एवं बुजुर्गों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। जिन्होंने पुराने दिनों की यादें साझा की। करीब दस बजे मुंडन की तैयारियां शुरू हो गई। भतीजे अंनत को हल्दी बान देने का सिलसिला शुरू हो गया। सबसे पहले योगी आदित्यनाथ ने ही भतीजे अंनत को हल्दी लगाई। करीब 12 बजे तक मुंडन संस्कार संपन्न हो गया। इसके बाद मेहमानों ने अंनत को गिफ्ट देने शुरू कर दिये।
दोपहर एक बजे मेहमानों के लिये भोजन परोसना शुरू कर दिया गया। जिसमें अरहर, उड़द की दाल, आलू-गोभी, चौलाई की सब्जी, रायता, छोले, हलवा, अरसे और पकौड़े,चटनी भी परोसी गये। करीब डेढ़ बजे योगी आदित्यनाथ ने अपने परिजनों के साथ कमरे में भोजन किया।
इसके बाद घर में ही उनका जनता दरबार भी लगा। जहां लोगों ने क्षेत्र की समस्या से उन्हें अवगत कराया। बीती मंगलवार रात करीब 11 बजे तक सीएम योगी आदित्यनाथ अपने परिजनों के बीच रहे। रात्रि दस बजे के आसपास भोजन किया। भोजन में दाल,रोटी,सब्जी,खीर और पकौड़ी चटनी के साथ परोसी गई।
जिसके मेहमानों के साथ परिवार के लोगों ने चाव से खाया। इस दौरान पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत, शिक्षामंत्री धन सिंह रावत, यमकेश्वर विधायक रेणू बिष्ट के साथ ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख दिनेश भट्ट एवं स्थानीय लोग मौजूद रहे।
योगी का गांव बना किला
सीएम योगी के अपने पैतृक गांव पंचुर पहुंचने के साथ ही पुलिस ने उनके गांव की सुरक्षा कड़ी कर दी। यहां यूपी पुलिस प्रशासन के साथ ही उत्तराखंड प्रशासन की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। उनके घर से करीब सौ मीटर पहले सिर्फ मेहमानों और गांव वालों को ही जाने दिया जा रहा है। मौके पर उत्तराखंड पुलिस का सुरक्षा घेरा है, जबकि आंतरिक सुरक्षा एनएसजी कमांडो के हवाले है। हालांकि लक्ष्मणझूला- कांडी- दुगड्डा मोटर मार्ग पर सामान्य रूप से यातायात जारी है।