बहराइच। तीन दिन तक चली भव्य पूजा अर्चना के बाद मिहींपुरवा कस्बे में बुधवार को 6 स्थानों पर रखी गई मां दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन धूमधाम से किया गया। मूर्ति विसर्जन का जूलूस पूरे कस्बे का भ्रमण करते हुए पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ गायघाट स्थित सरयू नदी तट पहुंचा जिसके बाद अंतिम पूजा अर्चना के साथ दुर्गा प्रतिमाएं विसर्जित कर दी गईं।
बता दें कि मिहींपुरवा में पिछले कई वर्षों से दुर्गापूजा महोत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। पूरे कस्बे में 6 स्थानों पर दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाती हैं। हर रोज रंगारंग कार्यक्रम, विशाल भंडारा, झाकियों के साथ मां दुर्गा की आरती होती आ रही है। श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति, श्री मंगलम, श्री जय मां जगदम्बे दुर्गा पूजा समिति, जय श्री अम्बे दुर्गा पूजा समिति, श्री नव दुर्गा पूजा समिति, नव ज्योति दुर्गा पूजा समिति मिलकर हर वर्ष कस्बे की रौनक बढ़ाते हैं। बुधवार को कस्बे के 6 पंडालों में दुर्गा आरती के मूर्ति विसर्जन किया गया। मूर्ति विसर्जन में कस्बे की सभी छोटी बड़ी दुकाने बंद करके हर तबके का व्यापारी विसर्जन में शामिल हुआ। बच्चों से लेकर बूढ़े, महिलाएं सभी लोग माता-रानी के गानों पर झूमते-गाते नजर आये, झांकियों ने भक्तों को खूब आकर्षित किया।
इस दौरान कस्बे के वरिष्ठ समाज सेवियों ने विसर्जन में भक्तों जल-पान व प्रसाद वितरित किया। विसर्जन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, उपद्रियों से निपटने के लिए कस्बे के चप्पे-चप्पे पर पुलिस फ़ोर्स तैनात रहे। एसडीएम केपी भारती, नायाब तहसीलदार शशांक उपाध्याय, एसएचओ मोतीपुर हर्षवर्धन सिंह, चौकी इंचार्ज अजय तिवारी अपनी पूरी टीम के साथ विसर्जन यात्रा में साथ रहे। वहीँ व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय सिंह, बाबूलाल, ग्राम प्रधान अख्तर अली दुर्गा पूजा समिति के पदाधिकारी, राम लीला समिति के पदाधिकारी व कस्बे के व्यापारियों में दुर्गेश कुमार, शुभम मद्देशिया, अभय मद्देशिया, शुभम सोनी, बिल्लू सोनी, सचिन सोनी, शिवम मद्देशिया, शुभम शाह व तमाम लोग विसर्जन यात्रा का हिस्सा बनें।