नई दिल्ली। गुरुपूर्णिमा यानी मंगलवार रात 1 बजकर 32 मिनट से सुबह 04 बजकर 30 मिनट तक पूरे देश में चंद्रग्रहण दिखाई देगा। चंद्रग्रहण लगने के दौरान देश के सभी मन्दिरों के पट बंद रहेंगे. चन्द्र ग्रहण में ग्रहण प्रारंभ होने से 9 घंटे पहले सूतक होता है जो 16 जुलाई को दिन में लगभग 4-31 बजे से शुरू हो गया है और ग्रहण के साथ ही खत्म हो जाएगा। यह आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। आज का यह ग्रहण भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, यूरोप, उत्तरी तथा दक्षिणी अमेरिका के ज्यादातर भाग में भी दिखाई देगा।
क्या होता है सूतक
विद्वानों के अनुसार सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों से कुछ घंटे पहले का समय ऐसा होता है, जब प्रकृति संवेदनशील हो जाती है। तब कुछ नकारात्मक स्थितियां पैदा हो जाती हैं। इससे अनहोनी की आशंका बढ़ जाती है। इस समय को सूतक काल कहा जाता है। बता दें कि सूर्यग्रहण से 12 व चंद्रग्रहण के नौ घंटे पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। चंद्रग्रहण के पहले सूतक लगने के कारण देश के सभी मंदिरों के पट शाम 4:00 से बजे बंद हो गए हैं। अब ये पट कल सुबह यानी बुधवार को 5:00 बजे खुलेंगे। यदि आपको अपने मोबाइल पर लाइव चंद्र ग्रहण देखना है तो आप नासा की ऑफिशियल वेबसाइट www.nasa.gov पर जा सकते हैं।
क्या है चंद्रग्रहण
चंद्र ग्रहण उस वक्त होता है जब सूरज और चांद के बीच पृथ्वी घूमते हुए आती है, लेकिन तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते। ऐसी दशा में चांद की छोटी सी सतह पर पृथ्वीी के बीच के हिस्सेब की छाया पड़ती है, जिसे अंब्र कहा जाता है। चांद के बाकी हिस्सेम में पृथ्वी के बाहरी हिस्से् की छाया पड़ती है, जिसे पिनम्ब्रर कहा जाता है। इस दौरान चांद के एक बड़े हिस्से में हमें पृथ्वी की छाया नजर आने लगती है।