बहराइच। उत्तरप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत जिला मिशन प्रबन्धक अनुराग श्रीवास्तव ने पोषण वाटिका का स्थलीय निरीक्षण करते हुए कहा कि यह वाटिका औषधियों का उपवन हैं। नन्दकिशोर शाह ने कहा कि विकास खण्ड अन्तर्गत 50 ग्राम पंचायत में 53 कृषि सखी और 47 पशु सखी चयनित है। 3500 महिला किसान जीविका, बिहार के लाइवलीहुड सीआरपी द्वारा प्रशिक्षित हैं।
समूह की महिलाओं ने 302 किचन गार्डन, 27 वर्मी बेड, 24 नाडेप और 58 प्रेरणा पोषण वाटिका बनाकर स्वास्थ्यवर्धक रचनात्मक कार्य कर रही है। नेपाल के सीमावर्ती तराई और जंगली क्षेत्र में जंगली जानवरों बंदर, नीलगाय, हिरन और हाथी द्वारा फसल रूपाई से लेकर कटाई तक लगातार नुकसान किया जाता है। इन परिस्थितियों के बावजूद महिलाओं का कार्य उत्साहवर्धक है। पोषण वाटिका किसानों को मानसिक रूप से खुशी देता है। अनुज कुमार ने बताया कि पोषण वाटिका में महिला किसान जैविक खाद एवं जैविक कीटनाशक का प्रयोग कर बिना किसी लागत के अपने घर के आस-पास खाली पड़ी जमीन पर उपयोगी शुद्ध जैविक सब्जियां उगा रही हैं। इस दौरान यंग प्रोफेशनल, आशुतोष सिंह, शैलेश कुमार, पीआरपी, चन्दन कुमार, शिवबचन कुमार, विकास खण्ड प्रबन्धक, शिव कुमार गुप्ता, अनुराग पटेल, कृषि सखी हिरण परी, बिंदु देवी व कमलावती देवी का वाटिका बनवाने में सराहनीय योगदान रहा।